शिवपुरी। आज इस संकट के दौर में जिसने सेवा की है वो सिर्फ महाराजा ज्योतिरादित्य सिंधिया औऱ सिंधिया परिवार है इसलिए उनको महाराजा कहा जाता है। सेवा करने वाले के खिलाफ़ बोलने वाले हमने गले में महाराज के ताबीज डाले देखे है, ट्वीट कर कोई नेता नही बनता। समाज सेवा सीखना है तो सिंधिया परिवार से सीखो। हमको फक्र है की महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया जी हमारे मुखिया है। एक ऑक्सीजन के टैंकर के आगे दौड़ दौड़ कर वीडियो बनाने से ग्वालियर की समस्याएं निपटाने का दम्भ भरने वाले अहंकारी 181 वोटो से जवरिया जितने बाले जन प्रतिनिधि सिर्फ़ ग्वालियर के विकास को समझने के लिए व्यक्तिगत स्वार्थ का चश्मा हटाना पड़ेग खर् नोटंकी औऱ सस्ती लोकप्रियता पाने की और नेता बनने की चाहत पहले अपनाबिल्ली के भाग्य से छींका टूटने की कहावत को चरितार्थ करने वाले ग्वालियर दक्षिण के विधायक जरा याद करो कि 2013 युवा कांग्रेस संगठन चुनांव में तुम जैसे मैनेजमेंट के खिलाड़ी को मात्र 309 वोट मिले थे और गिर्राज मवाई जैसे ग्रामीण परिवेश के साधारण कार्यकर्ता को तुमसे दो गुने से भी ज्यादा 638 वोट मिले थे। वो तो तुम्हारे ऊपर महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया जी की कृपा होकर तुम्हे टिकिट मिला और महाराज साहब के नाम पर विधायक बन गए। कांग्रेस की लहर में भी तुम बड़ी मुश्किल से चुनांव जीत पाए थे। महाराज पर ट्वीट कर सस्ती लोकप्रियता हासिल करना चाहते हो लेकिन ये भूल गए कि टिकिट और चुनांव जितवाने वाले महाराज साहब ही है। जितना सूर्य पर थूकोगे खुद के मुंह पर गिरेगा उसका 2 साल बाद जवाब दक्षिण की जनता तुम्हे दे देगी।
विजय शर्मा शिवपुरी मध्यप्रदेश

सत्य वचन
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