गवलियर। जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर में मेडिकल कॉलेज स्थापित करने के लिए आरक्षित भूमि के प्रीमियम एवं भू-फाटक माफ करने के लिए सांसद सिंधिया ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है। कोविड महामारी के चलते हज़ारों प्रदेश वासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने का काम चुनौतीपूर्ण रहा है, जैसा कि आपको विदित है कि ग्वालियर एक बड़ा शहर होने के कारण भिंड, मुरैना, दतिया, शिवपुरी, गुना, छतरपुर, टीकमगढ़ एवं धौलपुर के मरीजों की मेडीकल आवश्यकतओं की पूर्ति करता है, कोविड के दौरान प्राप्त अनुभवों को दृष्टिगत रखते हुए ग्वालियर में स्वस्स्थय सुविधाओं की अधोसंरचना में वृद्धि की आवश्यकता है। सांसद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को लिखे पत्र में अनुरोध किया है कि उक्त विषय मे जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करना चाहता है, मेडिकल कॉलेज होने पर होने वाले व्यय का वित्तीय भार विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं वहन किया जाएगा एवं शासन पर अतिरिक्त वित्तीय भार नही पड़ेगा। श्री सिंधिया ने मुख्यमंत्री जी से आग्रह किया है कि जीवाजी विश्वविद्यालय इस हेतु ग्राम तुरारी में आरक्षित 17.454 हेक्टेयर भूमि हेतु राजस्व विभाग द्वारा वांछित प्रीमियम राशि रुपये 27,92,64,000 एवं 1,39, 63,200 माफ किये जाने की कार्यवाही किये जाने का कष्ट करेंगे, श्री सिंधिया ने विश्वास व्यक्त किया है कि इस मेडिकल कॉलेज के स्थापित हो जाने के बाद ग्वालियर में मरीजों को और अधिक बेहतर स्वस्स्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी।

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