
'समर अली' की 'नायाब नजर' से 'कैमरे' का 'कमाल देखिये'
शिवपुरी। कहते हैं नजर कमाल की हो तो नायाब तस्वीर कैमरे में कैद हो सकती है। यह हुनर हमारे जिले के प्रतिभाशाली फ़ोटो आर्टिस्ट समर अली को खुदा ने खूब बख्शा है। आपको याद होगी मड़ीखेड़ा डेम के रात वाली गेट की वो तस्वीर जिसे नईदुनिया में रहते हमने पहले पेज पर प्रकाशित किया था। दूधिया रोशनी में गेट से बहती जल की अविरल धारा देखते ही बन रही थी। वह तस्वीर भी समर अली की थी। नरवर के मूल रूप से रहने वाले समर दिल्ली में अपने हुनर के झंडे गाड़ चुके हैं। इन दिनों शिवपुरी में हैं। कल नरवर जाते समय उन्होंने घाटी के ठीक पहले एक तस्वीर कैमरे में कैद की। बोलती यह तस्वीर देखते ही बन रही है। समर जी आपकी नजर यूँही कमाल करती रहे यही शुभकामनाएं।

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