ग्वालियर। दुनिया की 50 सबसे खूबसूरत महिलाओं में शामिल रहीं केंद्रीय मंत्री श्रीमन्त ज्योतिरादित्य सिंधिया की धर्मपत्नी महारानी प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया के निर्देशन में ग्वालियर चंबल अंचल की विलुप्त होती कला और संस्कृति को नए आयाम देने के इरादे से 1 अगस्त को दुनियाभर में पहचान रखने वाले जयविलास पैलेस में एक कार्निवाल का आयोजन होने जा रहा है। जयविलास पैलेस में कोविड 19 के बाद पैलेस में बने संग्रहालय म्यूजियम की शुरूआत एक कार्निवाल के आयोजन के साथ हो रही है। इस कार्निवाल में ग्वालियर-चंबल अंचल की प्रतिभाओं को उभारने के लिये मंच दिया जा रहा है। करीब 35 स्टोल भी यहां लगाए जाएंगे जिनमें ग्वालियर चंबल संभाग की कला, सांस्कृति, फूड पर फोकस होगा। जिन्हें आने वाले सैलानी खरीद सकेंगे। घर के बने स्वादिस्ट खाने से लेकर बेकरी का सामान, सुंदर वस्त्र, वर्कशाप एवं संगीत का आनंद भी सैलानी उठा सकेंगे। इसी के साथ कॉसप्ले, अम्मा की रसोई, एरिका एग्रोटेक, कवि पुष्प, मिशन ऑर्गेनिक प्लानेट आदि नाम से स्टॉल लगाये जायेंगे। इसी के साथ टेंटू कलाकार, हस्तशिल्प कला के स्टॉल का भी आनंद कार्निवाल में आने वाले उठा सकेंगे। इसी के साथ संग्रहालय भी देख सकेंगे। साथ ही देश-विदेश के सैलानियों को भी यहां की गतिविधियों की जानकारी मिलेगी।
महारानी प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया ने कहा कि कोविड महामारी के चलते पूरे विश्व के साथ ही देश, प्रदेश और ग्वालियर पर भी असर पड़ा। इससे युवाओं को बेरोजगारी का सामना भी करना पडा। अब धीरे धीरे हालात सामान्य हो रहे हैं, आयोजन होना चाहिए लेकिन मास्क, सुरक्षित दूरी सबसे अहम है हम कार्निवाल में भी इस बात का ध्यान रखेंगे। प्रियदर्शनी ने कहा कि ग्वालियर-चंबल संभाग की कला ओर सस्कृति को एक साथ लाने के लिए छह महीने से उनकी टीम काम कर रही थी। इस टीम में देश के अलग-अलग हिस्सों के लोग शामिल हैं।

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