शिवपुरी। भिंड, दतिया, ग्वालियर सहित शिवपुरी जिलों में हजारों हेक्टर भूमि को सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने के साथ-साथ शिवपुरी शहर की प्यास बुझाने वाले मड़ीखेड़ा डैम में पहली बार सिंध के पानी की आवक शुरू हो गई है। मंगलवार की सुबह पहली बार सिंध नदी में उफान आया और पचावली पुल से डेढ़ फीट नीचे नदी बह रही है। देवेंद्र भार्गव ने बताया कि पुल को छूने को बेताब सिंध के तेवर देखते ही बन रहे हैं।
अटल सागर डैम में पहली बार सिंध के पानी की एंट्री
अंचल में हुई जोरदार बारिश के नतीजे में अटल सागर डैम में पहली बार सिंध के पानी का प्रवेश होगा, जिसे लेकर अलर्ट घोषित कर दिया गया है। मड़ीखेड़ा डैम के प्रभारी वीपी कौशिक ने बताया कि सभी प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं और जल स्तर पर लगातार निगाह रखी जा रही है। हालांकि डैम 346.25 मीटर तक भरा जाता है इस लिहाज से अभी डैम खाली है और आज उसका जलस्तर खबर लिखे जाने तक 326.75 मीटर बना हुआ है। बता दें कि अटल सागर डैम को भरने के लिए सिंध नदी में उफान आना जरूरी रहता है और यह उफान तब आता है जब बदरवास से लेकर गुना अशोकनगर, विदिशा और भोपाल तक जबरदस्त बारिश होती है। बीते दो-तीन दिनों से हुई बारिश के नतीजे में पहली बार सिंध उफान पर आई है। उम्मीद की जा रही है कि यह सिलसिला जारी रहा तो डैम भरने के हालात निर्मित हो जाएंगे।
60 मेगा वाट की इकाई बिजली बनाने के लिए तैयार
अटल सागर डैम के समीप 60 मेगावाट की तीन यूनिट स्थापित हैं। यहां 20- 20 मेगावाट की तीन इकाइयों से बिजली का उत्पादन किया जाता है। यह भी तब संभव होता है जब डैम पूरी तरह भर जाता है क्योंकि पहली प्राथमिकता सिंचाई का पानी है उसके बाद यदि अतिरिक्त पानी रहता है तो बिजली का निर्माण किया जाता है। मड़ीखेड़ा बिजली इकाई के अधिकारियों ने तीनों यूनिट की मशीनों को तैयार कर लिया है और लगातार पानी बढ़ा दो जल्दी की बिजली का उत्पादन भी शुरू हो सकता है।
डैम जाएं तो जरा संभलकर
शहर के लोगों से अपील है कि अगर अटल सागर डेम जाएं तो रास्ते में दो पुलों का निर्माण नहीं हुआ है। बीते कई सालों से अधूरे बने इन पुलों पर कच्चे रास्ते से होकर निकलना पड़ता है। जहां अक्सर वाहन फंस जाते हैं। खासतौर पर छोटे वाहनों की मुसीबत आ जाती है। इन दोनों पुलों का निर्माण क्यों नहीं किया जा रहा, यह बताने के लिए कोई तैयार नहीं है। इसके कारण मगरोनी, नरवर सहित शिवपुरी जिले के तमाम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जबकि बारिश के दिनों में अटल सागर देखने के लिए शहर के सैकड़ों लोग डैम जाते हैं उन्हें भी इस परेशानी से दो-चार होना पड़ता है।
अंचल में कई और नदियां उफान पर, रास्ते बंद
बता दें कि जिले में बीती रात से बारिश हो रही है जिसके नतीजे में कई और नदी नाले उफान पर आ गए हैं। ग्रामीण इलाकों के कई रास्ते बंद हो गए हैं लोगों को इंतजार करना पड़ रहा है जबकि कुछ लोगों को बहते हुए पानी के बीच से निकलने के फेर में जिंदगी को खतरे में डालते देखा जा रहा है। इन्हें रोकने के लिए कोई मौजूद नहीं है। प्रशासन को समय रहते अलर्ट घोषित करना होगा।
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पुलिया पर पानी, जोखिम में जान
कोलारस विकासखंड के ग्राम खरेह से अकोदा के रास्ते में पुलिया के ऊपर पानी हो जाने पर भी लोग खतरा मोल लेकर कर उसे पार कर रहे हैं। प्रशासन को अलर्ट रहना होगा।

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