25 बेटियों को निशुल्क उच्च शिक्षा हेतु आर्थिक सहायता प्रदान करने जैसी अनेकों प्रस्तावों पर हुई चर्चा
शिवपुरी। कलावत समाज महासभा मध्य प्रदेश की त्रैमासिक बैठक इस बार राजघाट वाली रेशम माता मंदिर पर गरिमामय ढंग से संपन्न हुई। सर्वप्रथम बेड़िया समाज के लोगों ने रेशम माता का पूजन अर्चन किया, तत्पश्चात बैठक का शुभारंभ किया गया, बैठक में अनेकों प्रस्तावों पर चर्चा हुई और लगभग सभी प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास भी किए गए। बैठक के दौरान समाज में विकास को लेकर जागृति हेतु कई लोगों ने अपने उद्गार व्यक्त किए। बैठक में जिन प्रस्तावों को लेकर चर्चा हुई वह इस प्रकार हैं 25 बेटियों को निशुल्क उच्च शिक्षा हेतु आर्थिक सहायता प्रदान करना, विगत 3 माह में हुए कार्यों का ब्यौरा और आने वाले महीनों की कार्य योजना, रेशम माता मंदिर पर ट्रस्टियों से बात करके मंदिर के विकास पर चर्चा, महासभा के सचिव जसवंत सिंह के प्रस्ताव पर 4 जुलाई को समाज के महोत्सव के रूप में मनाने की योजना, सभी संभागीय प्रभारियों से संभागबार समीक्षा, महिला संगठन के गठन पर चर्चा के अलावा और भी कई अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर बेड़िया समाज के लोगों ने चर्चा की। यह बैठक लगभग 3 घंटे से अधिक चली। रेशम माता मंदिर की मुख्य पुजारी रूपा धनावत से हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि बरसात के मौसम में मंदिर पर पानी भर जाने के कारण काफी परेशानी आती है इसके लिए बैठक में हमारे द्वारा यहां पर सड़क निर्माण की बात की गई जिसको बैठक में गंभीरता से लिया गया इसके अलावा मंदिर के सौंदर्यीकरण पर भी चर्चा की गई। फतेहगढ़ के रहने वाले कक्षा पांचवी के छात्र दीपेश कलावत को निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाने पर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में गरीब कन्या विवाह बेड़िया समाज के सहयोग से कराए जाने को लेकर भी लंबी चर्चा चली। बैठक के दौरान ही भौंती से आए बेड़िया समाज के वरिष्ठ सदस्य गोपाल गंधर्व ने 5 हजार का चेक भी कलावत समाज महासभा कोषाध्यक्ष को सौंपा। बैठक के दौरान यहाँ पर मुख्य रूप से कलावत महासभा के प्रदेश अध्यक्ष सतेंद्र कलावत, सचिव जसवंत सिंह, बेड़िया समाज सुधार संघ के अध्यक्ष अशोक बेड़िया,उषा कलावत, गोपाल गंधर्व भौंती, राज कलावत भोपाल, सुनील जयपुरिया, गुड्डू कलावत, नरेश भारती, अरविंद कलावत, मुकेश कलावत, गुड्डू, मुन्ना, मनोज कलावत, अनिराज कलावत, घनश्याम,गुरप्रीत सिंह, सुनील धनावत, सचिन धनावत मुख्य रूप से मौजूद रहे। आपको बता दें कि रेशम माता जो कभी एक झोपड़ी नुमा मंदिर में थी आज वहां पर एक भव्य मंदिर बेड़िया समाज के लोगों के द्वारा तैयार किया गया है मुख्य रूप से नरेंद्र रानावत और उनकी पत्नी रूपा धनावत के अथक प्रयास और मेहनत से मंदिर को भव्य रूप प्रदान किया गया वही बेड़िया समाज के लोगों ने भरपूर सहयोग किया। अब यहां पर क्षेत्र के कई लोग दर्शन करने पहुंचते हैं और माता रानी से मुराद भी मांगते हैं और मुराद पूरी होने पर माता रानी के धन्यवाद के रूप में कथा भी यहां पर कराते हैं।

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