खरई। (नित्या धाकड़ की रिपोर्ट) प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खरई की हालत बद से बदतर हो गई है। अस्पताल में न डॉक्टर है, न डिलीवरी करने नर्स। यहां पर ना कोई इमरजेसी डाॕकटर की सुविधा है। समय पर ना डॉक्टर आते हैं न हॉस्पिटल स्टाफ, मरीजों की तरफ कोई जिम्मेदार ध्यान नहीं देता है। यह हॉस्पिटल भगवान भरोसे चल रहा है। यहां इतनी बुरी हालत है कि यहां से डिलीवरी के दौरान प्रसूता को कोई दिक्कत भी ना हो तो भी उसको जिला अस्पताल रैफ़र कर दिया जाता है। यहां ओपीडी वार्ड में पर्चा बनाने वाली बबीता मोरिया परचे पर दवा लिख देती है और मरीजों को पर्चा भी वापस नहीं दिया जाता है। यहां पर शुक्रवार से कोई भी डॉक्टर नहीं है। बिना डॉक्टर के डिलीवरी एवं ओपीडी वार्ड को चलाया जा रहा है। मरीजों की हालत खराब हो या सुधरे किसी जिम्मेदार को कोई लेना देना नहीं। कुलमिलाकर मरीज की जिन्दगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।

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