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'धमाका श्रृंखला' 'बच्चों की शिक्षा कितनी जरूरी' 'स्कूल का चयन कैसे करें'

रविवार, 4 जुलाई 2021

/ by Vipin Shukla Mama
शिवपुरी। मामा का धमाका श्रृंखला की चौथी किश्त आपके हाथों में है। इस बार का विषय है बच्चों के प्रवेश को लेकर स्कूल का चयन कैसे करें। वर्तमान में कोविड के चलते स्कूल विगत लगभग डेढ़ साल से बंद हैं। सत्र 20- 21 में जब स्कूल प्रवेश प्रारंभ हुए तो उस समय कोविड-19 की विक्रालता को देखते हुए कई सारे पेरेंट्स ने अपने बच्चों का किसी स्कूल में प्रवेश ही नहीं कराया था। गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी कमोवेश यही स्थिति है परंतु अब कोई भी पेरेंट्स अपने बच्चों का अब और समय व्यर्थ नहीं करना चाहता है ,वह चाहता है कि उसके बच्चे पढ़ें अब  ऑनलाइन ही शिक्षा क्यों ना हो । पेरेंट्स के मन में अच्छी स्कूलिंग को लेकर हमेशा दुविधा रहती है बच्चों को किस स्कूल में प्रवेश कराएं क्या उसे अमुक विद्यालय में अच्छा वातावरण मिलेगा ? क्या वहां शिक्षक अच्छे होंगे? क्या वहां सुरक्षा होगी? अच्छी शिक्षा अच्छे विद्यालय एक अच्छे पेरेंट्स की प्राथमिकता सूची में अवश्य रहते हैं ऐसे में हम इस अंक में इसी बिंदु पर विचार करेंगे कि एक अच्छे विद्यालय का चयन कैसे करें। यहां हम आपके सामने कुछ बिंदु रख रहे हैं जिनके आधार पर आप आसानी से अपने बच्चों के लिए एक अच्छे विद्यालय का चुनाव कर सकते हैं ।1. वातावरण, जी हां यह  विद्यालय चयन का सबसे महत्वपूर्ण बिंदु होता है। अनुशासन से ही सफलता मिलती है और चरित्र का निर्माण होता है एक अच्छा माहौल ही विद्यार्थी को अनुशासन में रहने व बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित करता है । 2.  अनुभवी शिक्षक....अच्छा वातावरण व अच्छी अध्ययन पद्धति अच्छे व अनुभवी शिक्षकों की योग्यता पर ही निर्भर करती  है । 3. पढ़ाने का तरीका ....छात्र के मन में शिक्षा के प्रति रुचि जागृत करने के लिए पढ़ाई का तरीका क्या हो यह बहुत मायने रखता है वर्तमान में ऑनलाइन शिक्षा पर ही फोकस किया जा रहा है ऐसे में यह भी देखना जरूरी है कि कौन से विद्यालय ऑनलाइन शिक्षा के लिए बेहतर प्लेटफार्म इस्तेमाल कर रहे हैं ।4. छात्र की सुरक्षा.... सीसीटीवी कैमरा, गार्ड की संख्या ,बाउंड्री वॉल, केयर टेकर , ट्रेकिंग सिस्टम जैसी सुविधाएं सुरक्षा के लिए आवश्यक हैं ।5.  इंफ्रास्ट्रक्चर.... विद्यालय छात्र का दूसरा घर होता है जहां वह अपने छात्र जीवन का सबसे ज्यादा समय बिताते हैं ।विद्यालय में खुला व शांत वातावरण, सभी प्रकार की लैब जैसे कंप्यूटर लैब, साइंस लैब लैंग्वेज लैब , मोंटेसरी लैब , डांस स्टूडियो, डिजिटल लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लास ,हाइजेनिक बाथरूम जैसी मूलभूत सुविधाएं अवश्य होना चाहिए।  6. छात्र शिक्षक अनुपात ....विद्यालय में छात्रों की भरमार नहीं होना चाहिए ऐसी स्थिति में छात्र को समुचित मार्गदर्शन नहीं मिल पाता है । आदर्श अनुपात 30 : 1अर्थात 30 छात्रों पर एक शिक्षक होना चाहिए । 7. शिक्षा व अतिरिक्त एक्टिविटी में बेहतर संतुलन .....अक्सर देखा जाता है कि कुछ विद्यालय ऐसे होते हैं जहां बच्चों पर पढ़ाई का बहुत अधिक बोझ डाल दिया जाता है जिससे उनका शारीरिक विकास अवरुद्ध हो जाता है वही कुछ विद्यालय ऐसे होते हैं जहां शिक्षा के अलावा अतिरिक्त गतिविधियां इतनी ज्यादा होती हैं कि छात्र का पढ़ाई से ध्यान ही हट जाता है ।  8. स्कूल की ब्रांड वैल्यू .....ब्रांड वैल्यू से तात्पर्य यह है कि वह विद्यालय कितना पुराना है उसका पिछला रिकॉर्ड क्या है ? किसी नामी फ्रेंचाइजी विद्यालय को चुना जा सकता है क्योंकि उसके पास पूर्व का एक बड़ा अनुभव होता है जो वह संपूर्ण देश भर में एक जैसे स्टैंडर्ड लेवल को लेकर चलता है। छोटे वा कम जाने पहचाने विद्यालय में सुविधाओं का पता लगाना मुश्किल होता है। यह सभी वह बिंदु हैं जो पालकों को अपने बच्चों के लिए बेहतर विद्यालय चुनने में मदद करते हैं। यदि पेरेंट्स इन सभी बिंदुओं की एक टेबल बना लें तो उन्हें विश्लेषण करने में आसानी हो जाएगी। पाठकों के उत्साह वर्धन एवं सकारात्मक प्रेतिक्रियाओं के लिए धन्यवाद । अगले अंक में हम ऑनलाइन शिक्षा  पर बात करेंगे। ।आप अपने बच्चों की फ्री काउसिंलिग करा सकते हैं। तो कृपया इस सुविधा का लाभ भी लीजिये। 
बोर्ड के सदस्य हैं- 
 1. अंगद सिंह तोमर बीआरसी शिवपुरी मोबाइल 8085603045
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 2. डाॅ. खुशी खांन
संचालक, दून पब्लिक स्कूल शिवपुरी मोबाइल 
9893313311
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3. शिवा पाराशर, शिक्षाविद 9179762163
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4. शुद्धि शुक्ला, बीएड, शिक्षाविद 8839914259

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