दैनिक भास्कर की आक्रामक पत्रकारिता के चलते आयकर विभाग की टीम ने गुरुवार सुबह मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र में दैनिक भास्कर के दफ्तरों पर छापे मारे। अधिकारियों ने दफ्तरों में मौजूद नाइट शिफ्ट के कर्मचारियों के मोबाइल और लैपटॉप अपने कब्जे में ले लिए। इस कारण कई घंटों तक डिजिटल न्यूज का काम प्रभावित हुआ। इनकम टैक्स अधिकारियों ने नाइट शिफ्ट में काम कर रहे कर्मचारियों को ऑफिस में ही रोक लिया और बाहर निकलने से मना कर दिया। नाइट शिफ्ट में काम करने वाले ज्यादातर कर्मचारी संपादकीय और भास्कर के आईटी डिपार्टमेंट से जुड़े थे, जिनका फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन से कोई संबंध नहीं होता, फिर भी उन्हें जबरन रोका गया। इस छापेमारी को लेकर सभी राज्यों में तीखी प्रतिक्रिया हो रही है।
पत्रकार बोले: यह प्रेस की आजादी पर सीधा हमला, जो लोकतंत्र के लिए घातक
इनकम टैक्स टीम का भास्कर के पत्रकारों को दफ्तर में घुसने से रोकने और बाहर नहीं जाने देने पर पत्रकार संगठनों ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। पत्रकार संगठनों ने इसे सीधा प्रेस की आजादी पर हमला बताया है।स्वतंत्र पत्रकार अवधेश ने कहा, इनकम टैक्स को जांच ही करनी है तो फाइनेंस, अकाउंटिंग, विज्ञापन जैसे विभागों में करे। जहां समाचार तैयार होते हैं, संपादकीय विभाग के कंप्यूटर और दस्तावेज खंगालकर पत्रकारों को काम करने से रोकना यह साबित करता है कि यह सब बदले की भावना से हो रहा है। (साभार: दैनिक भास्कर)
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