शिवपुरी। इस बार की बारिश में और न जाने कितने पुलों की बलि चढ़ेगी। मंगलवार को घड़ी में 7 बजे थे कि तभी कोलारस अनुविभाग में सिंध नदी पर बना स्टेट कालीन पुल ढह गया।जब पुल टूटकर नदी में समाया नदी उफान पकड़ रही थी और पुल पर प्रशासनिक रोक के बाबजूद लोग बाइक से निकल रहे थे। कुछ बाइक सवार पुल जमीदोज होते ही नदी के पानी में जा गिरे। खबर लिखे जाने तक 2 लोग तैरकर बाहर आ चुके थे। जिनके अनुसार कुछ अन्य बाइक सवार भी पुल के साथ नदी में जा गिरे। बता दे की स्टेट कालीन पचावली का पुल एक नहीं बल्कि कई मियाद पूरी कर चुका था लेकिन नाकारा राजनीति के फेर में इसी पुल के पास करोड़ो की लागत से बना पुल आज तक आवागमन के लिये शुरू नहीं किया जा सका। टूटे पुल से 200 से ज्यादा ग्राम पहुंचा जा सकता था। बारिश में सिंध उफनी तो कोलारस प्रशासन ने पुल पर प्रवेश के रास्ते हितेची से खोद डाले थे। वाबजूद इसके लोग इस पुल से होकर निकल रहे थे।
धमाका ने किया था 11 अगस्त को फ़ोटो के साथ प्रकाशन
धमाका ने इस पुल से लोगों के रोक के बाबजूद निकलने की खबर प्रकाशित कर जिला प्रशासन को चेताया था लेकिन प्रशासन ने बात हल्के में ली लोगों को रोका तक नहीं। हादसा हो गया।
नया पुल दोनो एन्ड न बनने से पड़ा बेकार
बता दें कि सिंध का नया पुल काफी ऊंचाई पर बनाया गया है। इस बार अकल्पनीय बारिश में भी पानी नए पुल को नहीं छू सका लेकिन दुर्भाग्य ही कहेंगे कि बिना सोच बिचार किये बनाया गया यह पुल तमाशा बनकर खड़ा हुआ है क्योंकि पुल की शुरूआत ओर अंत के मुहाने पर गाँव बसे हुए हैं जो हटने को तैयार नहीं।
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अब कोई रास्ता निकले शायद
सिंध के पचावली पुल से 200 गाँव का रास्ता है। ये आज बन्द हो गया। पुल एक नहीं कई जगह से छतिग्रस्त है जिससे उसकी रिपेयरिंग खतरनाक हो सकती है।
खबर मिलते ही पहुंचे विधायक वीरेंद्र, कलक्टर अक्षय के साथ एसपी राजेश
जैसे ही पुल गिरने की जानकारी लगी।विधायक वीरेंद्र रघुवंशी मौके पर पहुंचे। कलेक्टर अक्षय सिंह, एसपी राजेश चन्देल भी पहुंचे। विधायक ने कहा कि पचावली-अनंदपुर के बीच सिंध नदी पर बने पुल के टूटने की खबर लगते हीतत्काल घटनास्थल पर पहुंचा। स्थानीय 3 लोगों के पुल के टूटने से नदी में गिरने की जानकारी मिली है जिसमें से दो लोगों को निकालकर उपचार हेतु भेजा गयाशेष एक प्रभु आदिवासी भी सकुशल निकल जायें ऐसी ईश्वर से कामना है। रेस्क्यू जारी है।

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