-सीसीटीवी देखा तो कैम्पस में घूमता नजर आया
- बिजली कम्पनी के कर्मचारियों ने डोर वेल बजाकर जगाया गौरव को
- नहीं उठे वन टीम, नपा, कंट्रोल रूम तक के नम्बर
शिवपुरी। जरा अलर्ट हो जाइए मगरमच्छ लोगों के घर के अंदर आने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। आज सुबह 4:30 बजे नगर की बैंक कॉलोनी में रहने वाले अग्रवाल समाज के अध्यक्ष गौरव अग्रवाल के घर में एक 4 फ़ीट लम्बा मगरमच्छ घुस गया।
(मुख्य द्वार से अंदर जाते मगरमच्छ की आंख चमकती हुई देखिये)
गनीमत ये रही कि बिजली कम्पनी की टीम किसी फॉल्ट को नसेनी लगाकर ठीक कर रही थी उसी दौरान उनकी नजर गौरव के दरवाजे पर पड़ी जब मगरमच्छ देखा तो उन्होंने डोर वेल बजाकर अग्रवाल को उठाया। तब तक मगरमच्छ अग्रवाल के कैम्पस में अंदर आकर चहलकदमी कर चुका था और इधर उधर घूमने के बाद कार के नीचे जा बैठा था। तब अग्रवाल ने पुलिस कंट्रोल रूम से लेकर वन टीम और नपा को फोन घुमाए लेकिन कोई नम्बर रिसीब नहीं हुआ। इस बीच 2 घण्टे बाद उन्होनें दोस्त को भेजकर वन टीम को बुलाकर मगरमच्छ को पकड़वाया। टीम जब इसे पकड़ रही थी तब हाथ से छूटने पर इसने मुँह खोलकर हमला करने का प्रयास किया।
गनीमत ये रही कि बिजली कम्पनी की टीम किसी फॉल्ट को नसेनी लगाकर ठीक कर रही थी उसी दौरान उनकी नजर गौरव के दरवाजे पर पड़ी जब मगरमच्छ देखा तो उन्होंने डोर वेल बजाकर अग्रवाल को उठाया। तब तक मगरमच्छ अग्रवाल के कैम्पस में अंदर आकर चहलकदमी कर चुका था और इधर उधर घूमने के बाद कार के नीचे जा बैठा था। तब अग्रवाल ने पुलिस कंट्रोल रूम से लेकर वन टीम और नपा को फोन घुमाए लेकिन कोई नम्बर रिसीब नहीं हुआ। इस बीच 2 घण्टे बाद उन्होनें दोस्त को भेजकर वन टीम को बुलाकर मगरमच्छ को पकड़वाया। टीम जब इसे पकड़ रही थी तब हाथ से छूटने पर इसने मुँह खोलकर हमला करने का प्रयास किया।
घर से दूर नाला फिर भी आ गया घर में
अग्रवाल ने 'धमाका टीम' को बताया कि उनका घर नाले से बहुत दूर है फिर भी मगरमच्छ उनके घर तक आकर अंदर प्रवेश कर गया।
इसके मोम डेड भी हो सकते हैं
जिस मगरमच्छ को पकड़ा गया वह साइज में ज्यादा बड़ा नहीं है। लोगों का कहना है कि इसके मोम डैड भी नाले में हो सकते हैं। यानी कॉलोनी के घरों में खतरा बना रहेगा।
डोर पर हलचल हो तो समझना आ गया
लोगों के अनुसार गौरव के घर मे भले ही मगरमच्छ चुपके से घुस गया लेकिन किसी के दरवाजे पर हलचल हो तो मगरमच्छ भी हो सकता है यह समझते हुए सावधानी से दरवाजा खोलें।
टीम को दिया धन्यवाद
अग्रवाल ने बताया कि मगरमच्छ कार के नीचे जाकर बैठ गया था। अगर बिजली कर्मचारियों ने समय रहते न बताया होता और अग्रवाल कार लेकर जाते तो खतरा हो सकता था।
हर तरफ मगरमच्छ फोन लगते नहीं

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