किशोरियों, बच्चो में मानसिक रोग से बचाव एवं निदान के लिए जागरुकता सह स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित
- 84 मरीजों की जांच करने पर हर दूसरा मरीज मानसिक तनाव से ग्रसित पाया गया जो चिंताजनक है -डाक्टर अर्पित बंसल मनो चिकित्सक जिला चिकित्सालय शिवपुरी
- किशोरी बालिकाएं अपने माता पिता के साथ अपनी समस्या जरूर शेयर करे सुपोषण सखी रचना
शिवपुरी। पिछले कुछ सालों के दौरान भारत सहित दुनिया भर में मानसिक तनाव काफी तेजी से बढ़ा है। बदलती जीवनशैली के साथ साथ एकल परिवार में रहना एवम् अपनी मन की बात को अपने घर वालो से शेयर न करना आजकल होने वाले मानसिक तनाव की मुख्य जड़ है। यह कहना था शिवपुरी जिला चिकित्सालय में पदस्थ मेडिकल ऑफिसर डा0 अर्पित बंसल का जो कि शक्तिशाली महिला संगठन द्वारा ग्राम बाशखेड़ी एवम् मुड़ेनी में आयोजित मानसिक तनाव से बचाव एवं निदान जागरुकता सह स्वास्थ्य जांच शिविर में अपने मुख्य उदबोधन में बोल रहे थे उन्होने कहा कि वास्तव में मानसिक रोग कोई बीमारी नहीं है लेकिन यह कई बीमारियों की वजह जरूर बन सकता है। समय रहते इस पर काबू पाकर सेहत संबंधी कई गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है। हमारे शरीर को हेल्दी और फिट रहने के लिए एवम खासतौर से मानसिक रूप से मजबूत होने के लिए अपने परिवार के साथ समय जरूरत व्यतीत करे। मानसिक स्वास्थ्य जांच शिविर में डॉ अनिल बंसल की टीम के द्वारा 84 बच्चों एवं किशोरियों की जांच की गई जिसमें पाया गया कि हर 2 मरीज में से एक मरीज कहीं ना कहीं मानसिक बीमारी का शिकार है इसकी एक मुख्य बड़ी बजे बदलती जीवन शैली है कार्यक्रम मे सुपोषण सखी श्रीमती रचना लोधी ने कहा की किशोरी बालिका जो मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं वह अपने परिवार वाले या अपने माता-पिता से मन की बात जरूर शेयर करें क्योंकि कहीं ना कहीं मन की बात शेयर ना करने की वजह से उनके अंदर मानसिक तनाव पैदा हो रहा है जिस कारण से वह तनाव ग्रसित हो रहे हैं उनको कोशिश करना चाहिए कि वह अपने मन को हल्का करें । प्रोग्राम में रवि गोयल शक्ति शाली महिला संगठन की पूरी टीम, डॉक्टर अर्पित बंसल, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सपना धाकड , न्यूट्रीशन चैम्पियन रौनक लोधी , साहियका एवम् समुदाय के महिला पुरुष एवम किशोरी बालिकाओं ने सक्रिय सहयोग प्रदान किया । अंत में डॉक्टर बंसल ने अंकुर अभियान के तहत गांव वालों को अमरूद सीताफल एवं आमला के 100 पौधे वितरित किए।

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