शिवपुरी। अतिवृष्टि के कारण जिले में आई आपदा से प्रभावित गांव में प्रशासन द्वारा व्यवस्थाएं की जा रही है प्राथमिक तौर पर रेस्क्यू के बाद अब लोगों को राहत पहुंचाना एक बड़ी जिम्मेदारी है जो गांव बहुत अधिक प्रभावित हुए हैं जहां से भोजन और आवश्यक सामग्री पहुंचाने की जरूरत है वहां प्रशासन की टीम द्वारा प्रकाश भोजन और आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है प्रशासनिक अमले द्वारा ना केवल स्थानीय स्तर पर तैनात शासकीय अधिकारी और कर्मचारियों के माध्यम से बल्कि जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से भी लगातार निगरानी की जा रही है। कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह के निर्देशन में पूरी टीम काम कर रही है।
उन्होंने अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपकर क्लस्टरवार क्षेत्र विभाजित किए हैं और उन क्षेत्रों में बाढ़ प्रभावित गांव में भोजन और आवश्यक सामग्री पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। प्रशासनिक टीम भी सक्रिय होकर काम में लग गई है। संबंधित नोडल अधिकारी द्वारा अपने क्षेत्र में खाना और आवश्यक सामग्री की स्थिति की निगरानी की जा रही है और जहां कहीं तत्काल खाना और सामग्री भेजने की जरूरत है वहां वाहनों के माध्यम से सामग्री पहुंचाई जा रही है। पंचायत स्तर पर खाने के पैकेट तैयार कर लोगों तक पहुंचाए जा रहे हैं।
बाढ़ प्रभावित गांव में भोजन और आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने के लिए टीम को किया सक्रिय कलेक्टर ने दिए निर्देश
कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने रविवार की शाम को सभी अधिकारियों के साथ बैठक की और बाढ़ प्रभावित गांव में भोजन व्यवस्था और ग्रामीणों तक आवश्यक सामग्री पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस व्यवस्था के लिए नोडल और सहायक नोडल नियुक्त कर जिम्मेदारी सौंपी है।
उल्लेखनीय है कि पिछले एक सप्ताह में जिले में हुई अतिवृष्टि के कारण कई गांव में बाढ़ की स्थिति निर्मित हो गई। वर्षा के कारण जिले के सैकड़ों गांव प्रभावित हुए हैं जहां लोगों को समस्या का सामना करना पड़ा। ऐसे ही बाढ़ प्रभावित गॉंवों में जहां पके भोजन सहित राशन अन्य आवश्यक सामग्री की जरूरत है वहां तत्काल व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने कहा है कि पूरी टीम सक्रिय रहे। जहां भी बाढ़ प्रभावित गांव हैं अधिकारी स्वयं जाकर स्थिति का जायजा लें। पंचायत और अन्य माध्यमों से खाने की डिमांड देखें और लोगों तक तत्काल खाना पहुंचाया जाए और सूखा राशन के साथ अन्य आवश्यक सामग्री पहुंचाई जाए। कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे। पंचायत स्तर पर समूहों के माध्यम से भोजन तैयार कराया जाये। बच्चों के लिए दूध, बिस्कुट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बैठक में विभिन्न विभागों के जिलाधिकारी उपस्थित रहे।

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