शिवपुरी। न जाने कौन थे वे लोग जिन्हें मौत के बाद अंतिम क्रिया के लिये 3 साल इंतजार करना पड़ा। नगर के मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार तो हुआ लेकिन अस्थि विसर्जन के लिये नहीं जा सकी। आर्थिक कमजोरी या किसी अपने के न होने के चलते यह अस्थियां मुक्तिधाम के लॉकर में सहेजी रखी हुई थीं। जिन्हें जय माई मानव सेवा समिति शिवपुरी एनजीओ ने अब गंगा में विसर्जित कर दिया।
बता दें कि शिवपुरी शहर के मुक्तिधाम में कई ऐसे लोग जिनका अंतिम संस्कार होकर उनकी अस्थियों को विसर्जित करने वाला कोई आगे नहीं आया तब ऐसी अस्थियों को समाजसेवी संस्था जय माई मानव सेवा समिति शिवपुरी की ओर से आगे आकर पहल की गई और ऐसी लगभग 13 अस्थियां मुक्तिधाम में मिली जिन्हें बीते 3 वर्षों के बीच कोई लेकर नहीं गया उन्हें हरिद्वार ले जाया गया। जय माई मानव सेवा संस्था के पदाधिकारी विकास अग्रवाल विक्की, रूपेश अग्रवाल ने साथ मिलकर हरिद्वार गंगा में अस्थियों का विसर्जन किया। समिति द्वारा हरिद्वार गंगा घाट पर पहुंचकर इन सभी 13 अस्थियों के विसर्जन का पिण्डदान वहां मौजूद ब्राह्मण द्वारा कराया गया ताकि ऐसे मृत आत्माओं की आत्मा को शांति मिले। इस दौरान अस्थियां विसर्जन के पश्चात उपस्थितजनों द्वारा ईश्वर से मृत देह की आत्म शांति हेतु प्रार्थना भी की गई। अंत में सभी ने पवित्र गंगा में स्नान कर अपने गतंव्य की ओर रवानगी दी।

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