शिवपुरी। कोरोना महामारी के दौरान अनेक परिवारों ने कमाने वाले व्यक्ति को खो दिया है। जिससे उन परिवारों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। कोविड संक्रमण के चलते जो महिलाएं विधवा हुईं है, सरकार ने उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की पहल शुरू की है। उन महिलाओं को कल्याणी विधवा पेंशन योजना का लाभ देने के साथ ही मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण योजना के तहत आत्मनिर्भर बनाने के लिए रोजगारमूलक प्रशिक्षण भी दिलाया जाएगा। ताकि वे रोजगार- स्वरोजगार से जुड़कर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें।
शिक्षा की रोशनी के साथ आत्मनिर्भरता का प्रकाश
शिवपुरी जिला कार्यक्रम अधिकारी देवेंद्र सुंदरियाल ने बताया कि योजना के तहत पारिवारिक, सामाजिक एवं प्राकृतिक हिंसा पीड़ित, विपत्तिग्रस्त महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिये रोजगार मूलक प्रशिक्षण दिलाया जाता है। यह प्रशिक्षण पूरी तरह से निशुल्क होगा। ऐसी बिपत्तिग्रस्त महिलाएं जिनके परिवार में कोई कमाने वाला नही है। बलात्कार पीड़ित, बाल विवाह पीड़ित, दुर्व्यवहार से मुक्त कराई गई महिला, दहेज पीड़ित , अग्नि पीड़ित , एसिड विक्टिम , सामाजिक कुप्रथा की शिकार महिलाएं , कुंवारी माताएं , गरीबी रेखा के नीचे जीवन जीने वाले परिवार की परित्यक्ता, विधवा, जेल से रिहा होने 18 से 45 वर्ष आयु की जरूरतमंद इच्छुक महिलाओं को प्रशिक्षण दिलाया जाता है।
योग्यता अनुसार प्रशिक्षण का प्रावधान
महिलाओं को उनकी योग्यतानुसार फार्मेसी, नर्सिंग, फिजियोथेरेपी, आया, दाई, वार्ड परिचर,व्यूटीशियन, फैशन डिजाइनिंग, कुकिंग एवं बैंकिंग के शार्ट टर्म मैनेजमेंट कोर्स, आईटीआई, पॉलिटेक्निक पाठ्यक्रम, हॉस्पिटलिटी, होटल इवेंट मैनेजमेंट, प्रयोगशाला सहायक के अलावा पीड़िता को शासकीय संस्थान में प्रवेश मिलने पर बीएड-डीएड भी कराया जाएगा। इसके लिये पात्र इच्छुक महिला आपने शैक्षणिक योग्यता एवं निवास सम्बंधित दस्तावेजों के साथ पीड़ित की श्रेणी के प्रमाण, गरीबी रेखा के प्रमाण पत्र आदि के साथ महिला एवं बाल विकास विभाग में संपर्क कर योजना का लाभ ले सकती है।

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