हिंदी दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को इस बात से रूबरू कराना होता है कि जब तक वे पूरी तरह से हिंदी का उपयोग नहीं करेंगे, तब तक हिंदी भाषा का विकास नहीं हो सकता है: रवि गोयल सामाजिक कार्यकर्ता
शिवपुरी। हिंदी दुनिया की प्रमुख भाषाओं में से एक है, तभी तो भारत में हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। 14 सितंबर एक ऐसा दिन होता है, जब हिंदी न बोलने वाले लोग भी हिंदी को याद कर लेते हैं। दरअसल, देश में अंग्रेजी भाषा के बढ़ते चलन और हिंदी की अनदेखी को रोकने के लिए ही यह दिवस मनाया जाता है। महात्मा गांधी ने हिंदी को जनमानस की भाषा कहा था । प्रोग्राम समन्वयक शक्ति शाली महिला संगठन रवि गोयल ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि संस्था द्वारा ग्राम चिटोरीखुर्द में हिंदी दिवस युवा पीढ़ी के साथ मनाया । उन्होंने बताया कि हिंदी दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को इस बात से रूबरू कराना होता है कि जब तक वे पूरी तरह से हिंदी का उपयोग नहीं करेंगे, तब तक हिंदी भाषा का विकास नहीं हो सकता है। इसीलिए 14 सितंबर को हिंदी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सभी सरकारी कार्यालयों में अंग्रेजी के स्थान पर हिंदी का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। हिंदी दिवस पर हिंदी के प्रति लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जिसमे की युवा नीलम एवम चमेली ने सही जवाब देकर पुरुस्कार जीते जिनको की हेमंत एवम् सुपोषण सखी भूरी आदिवासी ने उपहार देकर सम्मानित किया। प्रोग्राम में शक्ति शाली महिला संगठन की टीम, आशा कार्यकर्ता, आगनवाड़ी कार्यकर्ता, न्यूट्रीशियन चेम्पियन सोनम शर्मा एवम् गांव की किशोरी बालिकाओं ने भाग लिया।

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