
धमाका पाठक की कलम से: 'योजनाओं की धीमी गति पर सवाल: प्रेम शंकर'
शिवपुरी। हम अपने पाठकों के विचार मूल रूप से साझा कर रहे हैं। जिन्हें देख समझकर हमारे जिम्मेदार उसमें बताई जा रही कमियों में सुधार करवा सकें। आज सेनि शिक्षक एवम समाजसेवी प्रेम शंकर पाराशर के विचार हम आप तक पहुंचा रहे हैं। आप लिखते है कि '*सिंध जलावर्धन पेयजल_योजना,#सीवर लाइन, फोरलेन सड़क आदि की धीमी गति एवं गुणवत्ता पर, प्रश्नचिन्ह लग रहा है, महीने में दो चार बार, पाइप लाइन फूट जाती है। फोरलेन एवं अन्य सड़कें उखड़ गई, अभी से #सीवरलाइन जाम होने से,बरसात में पानी ऊपर बहता है। जबकि अभी सीवर लाइन में घरों के कनेक्शन भी नहीं हुये।* *10-11 वर्ष पहले 7-8 औद्योगिक क्षेत्र घोषित हुए, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने, गुरावल, शिवपुरी में शिलान्यास भी किया, परन्तु उन औद्योगिक क्षेत्रों का विकास नहीं हुआ,इसलिए कोई उद्योग भी नहीं लग पाये*। *केवल बड़ोदी शिवपुरी में फूडपार्क विकसित करने का काम हुआ,ज्ञात हुआ है कि उसके प्लाटों की रेट अधिक तय होने से कोई उद्योग नहीं लग पाया।* *शिवपुरी में सिंध जलप्रदाय योजना हो या सीवर लाइन योजना या फोरलेन सड़क निर्माण या अन्य कार्य,सबमें गुणवत्ता का_अभाव_दिखता_है।**विचारणीय_है_कि जनप्रतिनिधियों प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देशों का भी,कई बार पालन नहीं होता।**पत्रकार भी कई बार प्रश्न उठाते हैं,पर कोई उचित निराकरण नहीं हो पाता।**जनता_शीत_निद्रा में रहती है, यदि कोई_जगाये,तो जाग_जाती_है* , *क्या शिवपुरी का कोई राजनेतिक, अराजनैतिक_संगठन,आगे बढ़कर,जनता की समस्याओं के निराकरण की आवाज नहीं_उठा_सकता??*'जैसे पब्लिक_पार्लियामेंट_के जलक्रांति_असहयोग_आंदोलन में खूब #जनसहयोग_मिला।

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