अंतर्राज्जीय ह्ययूमन ट्रेफिकिंग का प्रयास विफल
- 4 लाख में महाराष्ट्र के लेबर माफिया से हो गया था सौदा
शिवपुरी आगमन पर ढोल ताशों के साथ हुआ स्वागत
शिवपुरी। पुलिस की सक्रियता से अंतर्राज्जीय मानव तस्करी का एक बड़ा प्रयास उस समय विफल हो गया जब महाराष्टï्र के औरंगाबाद जिले के दौलताबाद थाना क्षेत्र से शिवपुरी के डबिया निवासी 50 आदिवासी मजदूरों जिनमें 25 बच्चे भी शामिल थे, इन्हें लेबर माफिया केचंगुल से सकुशल मुक्त करा लिया गया। यह कार्यवाही गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा और शिवपुरी पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल को सहरिया क्रांति संयोजक संजय बेचैन द्वारा दी गई सूचना पर संज्ञान लेकर की गई, सभी श्रमिकों की आज घर वापसी हो गई है।
-इस तरह फंसाया जाल में -
बताया जाता है कि अब से पांच दिन पूर्व सोमवार को शिवपुरी के डबिया गांव में एक लेबर माफिया ठेकेदार अपने साथियों सहित पहुंचा जिसने आदिवासियों से गन्ना खेतों में गुना से इंदौर के बीच मजदूरी करने का प्रस्ताव रखा इस प्रस्ताव की खास बात यह कि इसने बच्चों की विशेष डिमाण्ड रखी गई और कहा कि बच्चों को भी अच्छा मेहनताना दिया जाएगा। इनके झांसे में आए डबिया गांव के 25 बच्चों सहित करीब 50 आदिवासी एक आईशर गाड़ी में भरकर कर इनके कहने पर इनके साथ चले गए।
-दिन भर में नहीं पहुंचे तो हुई शंका-
जब दिन भर चलने के बाद भी यह गंतव्य पर नहीं पहुंचे तो इन्हेें शंका हुई कुछ ने पूछताछ का प्रयास किया तो मानव तस्करी में शामिल गिरोह के सदस्य ने उनको कुछ दूरी और बता कर समय समय पर शांत कर दिया। कुछ ने तेज आवाज में डपट भी दिया। तभी एक आदिवासी ने साईनवोर्ड भी पढ़ लिया जो महाराष्टï्र से सम्बंधित था। बस इसी दौरान उसका माथा ठनका और आदिवासियों ने अपनी एक वीडियो क्लिप बना कर सहरिया क्रांति संयोजक संजय बेचैन को भेजी और गुहार लगाई कि हमें बेच दिया गया है और हम फंस गए हैं। संजय बेचैन ने तत्काल इसकी सूचना गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा और एसपी राजेश सिंह चंदेल को दी साथ ही मजदूरों को कहा कि जहां भी आसपास थाना मिले तत्काल वहां पहुंचने का प्रयास करो और वहां से मत हटना। इसी बीच पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने तत्काल सुरवाया थाना प्रभारी को इस केस की तफ्तीश में लगाया और लगातार केस की खुद मॉनिटरिंग की। इस दौरान आदिवासियों की आईशर जहां रुकी वहीं पास ही दौलताबाद थाना था। संजय बेचैन से हुई चर्चानुसार उनकी बात मानकर ये आदिवासी दौलताबाद थाने पहुंच गए मगर वहां स्टाफ के कुछ लोग इन मानव तस्करों से मिले थे, जिन्होंने इनकी मदद न करते हुए वापस उसी ठेकेदार के साथ जाने को कह दिया मगर ये टस से मस नहीं हुए। बताया जाता है कि शिवपुरी एसपी राजेश सिंह चंदेल और सुरवाया थाना प्रभारी को भी इस प्वांइंट की सूचना लगने पर एसपी ने महाराष्टï्र पुलिस से सम्पर्क साधा और इन आदिवासियों को सुरक्षित वापस भिजवाने के सम्बंध में चर्चा की और तब कहीं जाकर पुलिस ने इन्हें इन मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया। बताया जाता है कि इस दौरान मामला फंसता देख बिचौलिया ठेकेदार भाग खड़ा हुआ। जिसने महाराष्टï्र के लोगों को इन 50 आदिवासियों को 4 लाख रुपए में बेच दिया था। यदि समय रहते पुलिस सक्रिय न हुई होती तो और दौलताबाद पुलिस थाने से ये आदिवासी आगे निकल जाते तो बच्चों सहित इस लेबर का मानव तस्करों के चंगुल से छूट पाना संभव नहीं था।
मानव तस्करों के टारगेट पर थे बच्चे
अंतर्राज्जीय मानव तस्करों ने बच्चों को खासकर टारगेट किया। वे अच्छी मजदूरी का झांसा देकर उन्हें चाइल्ड लेबर के तौर पर महाराष्टï्र में बेचने ले गये थे। बच्चों से न केवल मजदूरी बल्कि उनके साथ और भी बहुत कुछ होना तय था। प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और शिवपुरी एसपी राजेश सिंह चंदेल की सजगता से यह प्रयास विफल हो गया। पुलिस की सहायता से ये सभी आज जब शिवपुरी वापस आए तो सीधे सहरिया क्रांति संयोजक संजय बेचैन के निवास पर पहुंचे जहां सभी का भोज कराया और घर वापसी पर इनका ढोल ढमाकों के साथ स्वागत किया गया। सहरिया क्रांति संयोजक संजय बेचैन ने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, आईजी अविनाश शर्मा और एसपी राजेश सिंह चंदेल एवं सुरवाया पुलिस का आभार जताया है।

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