शिवपुरी। अखिल भारतीय शिवपुरी साहित्यिक मंच के पटल पर डॉ पद्मा शर्मा ने अपनी कविता एवं कहानी का लाइव पाठ किया जिसे श्रोताओं ने खूब सराहा। 'मिलन', 'खज़ाना', कामगार बच्चे, दोस्ती, साइकिल, महिलाओं का शासन, न जाने कब सयानी जो गयी बेटी, कविताओं का पाठ किया। एक पर एक फ्री, पति के कंधे पर रखा पत्नी का हाथ व्यंग्य कविताएँ सुनायीं। भँवरे, कलम हथियार है मेरा उसी से वार करती हूँ जैसे गीत भी गाए। 'मन की साध' कहानी का पाठ भी किया।

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