शिवपुरी। सोनकच्छ। शहर के राठौर मौहल्ले में रहने वाली रजनी व उसके पिता महेश उपाध्याय की 26 जून 2018 को शिवपुरी से इंदौर जाते समय रास्ते में दामाद विशाल व्यास ने पथरों से कुचलकर हत्या कर दी थी वहीं दोनों को जलाकर मार डालने का भी प्रयास हुआ था। शादी के महज 3 महीने के भीतर हुए उक्त दोहरे हत्याकांड में दोषी सभी आरोपियों को आजीवन कारावास व अर्थ दंड से दंडित किया गया है। द्वितीय सत्र न्यायाधीश सोनकच्छ ने अंडर ट्रायल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये फैसला सुनाया। आरोपी दामाद विशाल पुत्र हरिओम व्यास, सनी पुत्र अशोक गुप्ता, सूरज सिंह पुत्र ओमप्रकाश ठाकुर सभी निवासी इंदौर को दोषी पाते हुए धारा 302/34, 201 भादवि के अपराध में आजीवन कारावास व 11- 11 हजार के अर्थदंड से दंडित किया गया। इस मामले में पैरवी एडवोकेट संदीप श्रीवास्तव ने की थी।
यह था पूरा मामला
शिवपुरी के राठौर मोहल्ले में अगरबत्ती कारोबारी महेश उपाध्याय रहते थे। उनकी बेटी रजनी का विवाह 8 मार्च 2018 को इंदौर निवासी विशाल व्यास से हुआ था। बताया जाता है कि शादी में फलदान की रस्म को लेकर विशाल के बड़े भाई राहुल व समधी महेश उपाध्याय के बीच कहा सुनी हो गई थी। तभी से संबंधों में खटास आई। यह भी बताते हैं कि रजनी शुरू से ही ससुराल में पसन्द नहीं की जाती थी। इस बीच रजनी मायके शिवपुरी आकर रहने लगी लेकिन फिर एक सामाजिक बैठक तय हुई। जिसमें विशाल और रजनी के अलग रहने साथ ही उसे मकान दिलाने पर रजामंदी हुई तो विशाल अपने दोस्त सन्नी पिता अशोक गुप्ता व सुरजसिंह ठाकुर के साथ एक सफेद रंग की कार से रजनी को लेने शिवपुरी आया था। यह बात विशाल की माँ ने पुलिस को हत्याकांड के दौरान बताई थी। उसी कार में रजनी की सास भी बैठकर आई थी लेकिन उसे सांवेर छोड़कर यह लोग शिवपुरी आये थे। लेकिन जब 18 जून को वापिस निकले तब रजनी के साथ उसके पिता महेश भी गए। रास्ते में हत्याकांड को अंजाम दिया गया। तत्समय शिवपुरी से जाते समय सोनकच्छ के पास विशाल ने अपनी पत्नी व ससुर को जिंदा जलाने की कोशिश की। पिता-पुत्री जान बचाने के लिए कपड़े फाड़कर भागे लेकिन खेत की मिट्टी दलदली हो चुकी थी। दोनों खेत में फंस गए। विशाल ने किनारे से दोनों को पत्थर मार-मार कर हत्या कर दी। इस घटना में पिता महेश उपाध्याय की मौके पर ही मौत हो गई लेकिन रजनी कोमे में अस्पताल पहुंची और बाद में दम तोड़ दिया। घटनास्थल पर मिले एक मोबाईल फोन की मदद से मामले का खुलासा करने में पुलिस को खासी मदद मिली। फोन के आधार पर पुलिस ने हेमन्त उर्फ डिम्पल पिता महेश उपाध्याय निवासी छावनी शिवपुरी से संपर्क कर जानकारी प्राप्त की थी। सोनकच्छ थाना प्रभारी राजेन्द्र चतुर्वेदी ने केस दर्ज कर जांच की थी और फरार आरोपियों को बंदी बनाया था। अब इस मामले में न्याय हुआ।

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