शिवपुरी। बीती 11 दिसंबर को लोक अदालत के दौरान बिजली कंपनी के इंजीनियर आरएस भदौरिया से हुई मारपीट के मामले में ने तूल पकड़ लिया है। सोमवार को बिजली कंपनी के इंजीनियर लामबंद हो गए हैं और पुलिस को एक ज्ञापन सौंपा है जिसमें 4 लोगों के नाम उल्लेखित किए गए हैं। जिनमें से 2 पर बिजली चोरी के केस दर्ज किए जाने का हवाला देते हुए कहा गया है कि इन लोगों ने मिलकर इंजीनियर भदौरिया के साथ मारपीट की थी। वीडियो फुटेज में पहचान करने के बाद आज बिजली कंपनी के अधिकारी और कर्मचारी लामबंद हुए और एसपी कलेक्टर सहित कोतवाली पुलिस को ज्ञापन सौंप दिया है जिसमें 4 नाम उल्लेखित किए गए हैं और चेतावनी दी गई है कि 24 घंटे के भीतर यदि कोतवाली पुलिस ने पूर्व में दर्ज एफआईआर में नामजद आरोपी शामिल कर उन्हें गिरफ्तार नहीं किया तो 48 घंटे बाद बिजली कंपनी के अधिकारी कर्मचारी हड़ताल पर चले जाएंगे और कामकाज ठप कर देंगे जिससे बिजली सप्लाई भी प्रभावित हो सकती है। इधर बिजली कर्मचारी संगठन मप्र यूंनाइटेड फोरम ने भी मैदान में उतरा और एडीएम उमेश शुक्ला को कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में भी भदोरिया के साथ मारपीट करने को लेकर 4 लोगों के नाम उल्लेखित किए गए हैं जिनके विरुद्ध तत्काल प्रभाव से नामजद केस दर्ज करने और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की गई है। इस ज्ञापन में भी गिरफ्तारी न होने पर कामकाज ठप करने का ऐलान किया गया है। कुल मिलाकर लोक अदालत के दौरान मारपीट का मामला तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है।
इन चार नामों को लेकर दिया ज्ञापन, बोले एफआईआर में नाम जोड़कर कीजिये गिरफ्तार
1. आनंद दीक्षित, राजपुरा रोड पुरानी शिवपुरी
2. प्रवीण त्रपाठी राधारमण मन्दिर के पास पुरानी शिवपुरी
3. मोहित ठाकुर शांतिनगर शिवपुरी।
4. देवेंद्र उर्फ सोनू ओझा फतेहपुर शिवपुरी।
के नाम केस दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग की गई है। जबकि इनमें से आनद दीक्षित व प्रवीण त्रपाठी के विरुद्ध बिजली के प्रकरण दर्ज होने के चलते मारपीट में शामिल होने का हवाला दिया गया है।
यह लिखा ज्ञापन में
जो ज्ञापन पुलिस को दिया गया है उसमें इंजीनियर आरस भदोरिया ने लिखा है कि लोक अदालत के दौरान बिजली कंपनी का काउंटर लगा था इस काउंटर पर इंजीनियर नरेंद्र तरवरिया मौजूद थे इसी दौरान वकील हेमंत कटारे से गार्ड धनीराम रावत की कहासुनी हुई क्योंकि वह लाइन में नहीं लगे थे भदोरिया ने लिखा है कि कहासुनी के दौरान काउंटर से फाइल और कागजात फेंक दिए गए। जिस दौरान यह सब हुआ वह विशेष अदालत में गए हुए थे लेकिन जब लौट कर आए तो काउंटर बंद हो चुका था इसी दौरान कटारे अपने साथियों के साथ वापस लौट आए और मुझसे कहां सुनी करने लगे और बाद में मेरे साथ जमकर मारपीट की गई। इस संबंध में पुलिस ने तत्सम अज्ञात लोगों के विरुद्ध केस दर्ज किया था लेकिन हमने वीडियो फुटेज देखी है और उस वीडियो फुटेज के आधार पर हमने जिन लोगों की पहचान की है उनके नाम इस ज्ञापन में उल्लेखित कर रहे हैं। यह नाम f.i.r. में जोड़े जाएं और तत्काल प्रभाव से इनकी गिरफ्तारी की जाए।

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