सुशासन दिवस पर ली शपथ
कोलारस। राजकीय सेवा में एक पड़ाव ऐसा आता है तब उसे पूर्ण विराम की ओर जाना ही होता है। सेवानिवृत्ति शासकीय प्रक्रिया के अंतर्गत आती है जिसका पालन करना होता है। मुझे आज सुखद अनुभूति हो रही है कि लोक सेवक रहते हुए मेरे लगभग 42 वर्ष सफलतापूर्वक पूर्ण हुए और किसी प्रकार का मुझे नोटिस प्राप्त नहीं हुआ। उक्त उद्गार 31 दिसम्बर को सेवानिवृत्त होने वाले वरिष्ठ शिक्षक रमेश कुमार धाकड़ ने शासकीय प्राथमिक विद्यालय जगतपुर में स्वयं के अंतिम कार्यदिवस पर आयोजित विदाई समारोह कार्यक्रम के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि की आसंदी से कहे। कार्यक्रम प्रांरभ से पूर्व अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती जी पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलित किया गया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि सेवानिवृत्त शिक्षक अशोक कुमार जैन थे, जबकि विदाई समारोह की अध्यक्षता संस्था प्रधान श्रीमती नीरज तिर्की ने की। इस अवसर पर विद्यालयीन स्टाफ श्रीमती अगुस्टीना कुजूर, श्रीमती शकुंतला भार्गव, मनोज कुमार कोली, श्री अनीता खेमरिया, भगवत शरण पाण्डेय, रघुवीर कुमार पाल, आलोक जैमिनी के अलावा श्रीमती कल्लोबाई, श्रीमती कसूमल, श्रीमती भगवती, श्रीमती कपूरी आदि मौजूद रहे। ज्ञात रहे श्री धाकड़ 31 दिसम्बर 2021 को सेवानिवृत्त होंगे, परंतु 24 दिसम्बर को उनका अंतिम कार्य दिवस था। 25 से 31 दिसम्बर तक शीतकालीन अवकाश होने के चलते छात्रों के बीच उक्त कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
रमेश कुमार ने विदाई समारोह में अपने अनुभव बताते हुए कहा कि शासकीय सेवा बहुत बड़ा दायित्व होता है जिसको पूर्ण ईमानदारी, लगन, कर्तव्यनिष्ठा एवं गंभीरता से निभाना चाहिए। मुझे विद्यालय स्टाफ का भरपूर सहयोग मिला और आज विदाई लेते वक्त मेरी आंखें नम हो गई हैं। विशिष्ट अतिथि अशोक कुमार जैन ने अपने वक्तत्व में कहा कि यह क्षण सभी लोक सेवकों के जीवन में आता है अपने निर्धारित उम्र को पार करते ही सेवानिवृत्ति मिलती है। आज यह क्षण बहुत भावुक पल है जिसे स्वीकार करना ही पड़ेगा। समस्त स्टाफ द्वारा बारी-बारी से कार्यक्रम में अपने-अपने विचार अनुभव रखे और रमेश कुमार धाकड़ की कार्यशैली एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला जिनकी कमी इस संस्था को हमेशा रहेगी। विदाई समारोह में समस्त शिक्षकों द्वारा रमेश धाकड़ को माला पहनाकर शॉल, श्रीफल से सम्मानित कर स्वागत किया गया। इस बेला में छात्रों द्वारा भी श्री धाकड़ का पुष्पों से सम्मान किया गया। विदाई समारोह में उपस्थित समस्त शिक्षकों एवं छात्रों की आंखें भर आईं। कार्यक्रम का संचालन मनोज कुमार कोली द्वारा किया गया, जबकि आभार श्रीमती नीरज तिर्की ने किया। समस्त शिक्षक सम्मानपूर्वक रमेश कुमार को उनके घर तक छोड़कर आये। अंत में सुशासन दिवस पर सभी ने शपथ ली।

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