शिवपुरी। कोटा फोर लाइन पर स्थित खरई तेंदुआ के बीच श्री पंचमुखी हनुमान जी मंदिर पर श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन श्री कृष्ण जन्मोत्सव और रामजन्म बड़ी धूमधाम से मनाया गया कथा व्यास बाल योगी नंदनी भार्गव द्वारा बड़े ही ज्ञानमयी वाणी से आज श्री कृष्ण जन्म और राम जन्म की कथा श्रवण कराई गई। उन्होंने कहा दस इंद्रियों रुपी अश्वों को नियंत्रित करके शरीर रथ को लेकर ,जो रामचंद्र की ओर जाता है वही दशरथ है ,रामायण का एक एक पात्र दिव्य है ,ब्रह्मा शंकर जिनकेे चरणों की वंदना करते नहीं अघाते ऐसे हैं भगवान श्री राम ,और जब कृष्ण जन्म ले रहे थे तब ब्राह्मणों के अग्नि होम की अग्नि अपने आप जल उठी,और कृष्ण अवतार से पृथ्वी का भार भी दूर हुआ ,जो भी मनुष्य कृष्ण मैं चित् लगाता है वो जन्म मृत्यु के संसार के चक्र में नहीं पड़ता है।

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