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निजी अस्पताल पोर्टल पर दर्ज कोरोना इलाज दरों से ज्यादा ले तो कीजिये शिकायत

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बुधवार, 5 मई 2021

भोपाल। प्रदेश के निजी अस्पतालों में कोरोना के इलाज के मनमाने बिल थमाने की शिकायत के बाद सरकार ने 3 सदस्यीय टीम गठित कर दी। जो इन निजी अस्पतालों के पोर्टल पर स्वतः दर्ज कोरोना पैकेज के अनुसार बिल लेंगे। ज्यादा भुगतान लिया ओर शिकायत मिली तो यह टीम जांच करेगी। यह है टीम के सदस्य। 

प्रदेश भर में निजी एम्बुलेंस की सरकार ने की दरें फिक्स, ज्यादा लें तो करें शिकायत

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भोपाल। प्रदेश भर में निजी एम्बुलेंस की अलग दरों को खत्म कर सरकार ने एक दर लागू कर दी हैं। हालांकि 23 की जगह 25 प्रति किलो दर बढ़ी है। जो नहीं माने, ज्यादा रुपये ले जिला कलक्टर से शिकायत करें। कोरोना के फेर में यह दर निर्धारित की गई हैं। यह हैं दर। 

सदैव सकारात्मक रहें: देवेंद्र शर्मा 'भैया'

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शिवपुरी। नगर के जानेमाने व्यवसायी और पीताम्बरा माई के उपासक देवेंद्र शर्मा भैया सदैव समाज को जाग्रत करने, सहयोग करने का प्रयास करते हैं। कोरोना के कहर के बीच जब लोग डरे हुए हैं। ऐसे में भी देवेंद्र कहते है की सकारात्मक रहिये।

वो दिन न रहे तो यह दिन भी न रहेंगे। उन्होंने कुछ प्रेरणादायक प्रसंग भी मामा का धमाका डॉट कॉम से शेयर किए हैं। आप भी देखिये, समझिये और देवेंद्र की इस दमदार बात को जहन में उतारिये। महाराज दशरथ को जब संतान प्राप्ति नहीं हो रही थी तब वो बड़े दुःखी रहते थे...पर ऐसे समय में उनको एक ही बात से हौंसला मिलता था जो कभी उन्हें आशाहीन नहीं होने देता था...

और वह था श्रवण के पिता का श्राप....

दशरथ जब-जब दुःखी होते थे तो उन्हें श्रवण के पिता का दिया श्राप याद आ जाता था... (कालिदास ने रघुवंशम में इसका वर्णन किया है)

श्रवण के पिता ने ये श्राप दिया था कि ''जैसे मैं पुत्र वियोग में तड़प-तड़प के मर रहा हूँ वैसे ही तू भी तड़प-तड़प कर मरेगा.....''

दशरथ को पता था कि ये श्राप अवश्य फलीभूत होगा और इसका मतलब है कि मुझे इस जन्म में तो जरूर पुत्र प्राप्त होगा.... (तभी तो उसके शोक में मैं तड़प के मरूँगा)

यानि यह श्राप दशरथ के लिए संतान प्राप्ति का सौभाग्य लेकर आया....

ऐसी ही एक घटना सुग्रीव के साथ भी हुई....

वाल्मीकि रामायण में वर्णन है कि सुग्रीव जब माता सीता की खोज में वानर वीरों को पृथ्वी की अलग - अलग दिशाओं में भेज रहे थे.... तो उसके साथ-साथ उन्हें ये भी बता रहे थे कि किस दिशा में तुम्हें कौन सा स्थान या देश  मिलेगा और किस दिशा में तुम्हें जाना चाहिए या नहीं जाना चाहिये....

प्रभु श्रीराम सुग्रीव का ये भगौलिक ज्ञान देखकर हतप्रभ थे...

उन्होंने सुग्रीव से पूछा कि सुग्रीव तुमको ये सब कैसे पता...?

तो सुग्रीव ने उनसे कहा कि... ''मैं बाली के भय से जब मारा-मारा फिर रहा था तब पूरी पृथ्वी पर कहीं शरण न मिली... और इस चक्कर में मैंने पूरी पृथ्वी छान मारी और इसी दौरान मुझे सारे भूगोल का ज्ञान हो गया....''

अब अगर सुग्रीव पर ये संकट न आया होता तो उन्हें भूगोल का ज्ञान नहीं होता और माता जानकी को खोजना कितना कठिन हो  जाता...

इसीलिए किसी ने बड़ा सुंदर कहा है :-

"अनुकूलता भोजन है, प्रतिकूलता विटामिन है और चुनौतियाँ वरदान है और जो उनके अनुसार व्यवहार करें.... वही पुरुषार्थी है...."

ईश्वर की तरफ से मिलने वाला हर एक पुष्प अगर वरदान है.......तो हर एक काँटा भी वरदान ही समझें....

मतलब.....अगर आज मिले सुख से आप खुश हो...तो कभी अगर कोई दुख,विपदा,अड़चन आजाये.....तो घबरायें नहीं.... क्या पता वो अगले किसी सुख की तैयारी हो....*एक दिन*

*एक दिन* सभी न्यूज़ चैनल पर आप देखेंगे कि आज कोई भी कोरोना का केस पूरे देश में नही आया।

*एक दिन* आप पढ़ेंगे कि आज कोरोना के कारण कोई नही मरा।

*एक दिन* हम देखेंगे एयरपोर्ट/रेलवे स्टेशन पर वही लम्बी कतारे।

*एक दिन* हम देखेंगे कि हमारे बच्चे फिर से स्कूल बस ओर वैन से स्कूल जा रहे है।

*एक दिन* हम फिर देखेंगे कि सिनेमा हाल पर लगा हाउस फुल का बोर्ड..

*एक दिन* हम फिर एक दूसरे से गले लगेंगे और शादियों में समारोहों में नाचेंगे एक साथ।

हम सब को बस उसी दिन का इंतज़ार है।

हम सब मानव इतिहास के सबसे मुश्किल समय का सामना कर रहे है, परन्तु ये एक Time Phase है जो गुजर जाएगा।

हमे बस अपने आप को प्रेरित करना है कि दूसरों की मदद किस प्रकार करे या पहुचाये। या कम से कम हम कुछ न भी करे तो गलत या बुरी खबरों को न फैलाये, या किसी भी तरह की कालाबाज़ारी  में संलिप्त न हो।

किसी कवि ने खूब कहा है:

दिल नाउम्मीद नही,
नाकाम ही तो है,
लम्बी है गम की शाम,
मगर शाम ही तो है।
सदैव सकारात्मक रहें.. भैया भैया

हर घर तक पहुंचे कोरोना की दवा- मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया

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दवा वितरण व्यवस्था को बेहतर बनाये 
शिवपुरी। कैबिनेट मंत्री एवं जिले की प्रभारी मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कल शाम गूगल मीट के माध्यम से जिले में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की और उन्होंने दवा वितरण व्यवस्था को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि हर घर तक दवा पहुंचे। टेस्ट सेंटर पर आने वाले लोगों को उसी समय मेडिकल किट दी जाए। मंत्री सिंधिया ने बैठक में सभी विकास खंडों की एक-एक कर समीक्षा की और समस्त एसडीएम से जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि जिले में कोरोना कर्फ्यू का पालन सख्ती से कराएं। ग्राम पंचायतों में अधिकारी, सरपंच-सचिव को शामिल कर जनता कर्फ्यू का पालन कराएं। साथ ही टेस्टिंग को भी बढ़ाएं। उन्होंने कहा है कि अभी जो फीवर क्लीनिक संचालित किए जा रहे हैं उन्हें मोबाइल क्लीनिक के रूप में उपयोग करें, जिससे अधिक से अधिक लोगों को कवर किया जा सकेगा। बैठक में कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल, जिला पंचायत सीईओ एचपी वर्मा सहित समस्त एसडीएम एसडीओपी, नोडल अधिकारी, थाना प्रभारी मौजूद रहे। 
निगरानी के लिए टीम: सीईओ वर्मा
जिला पंचायत सीईओ एचपी वर्मा ने बताया कि दवा वितरण व्यवस्था की निगरानी के लिए टीम तैयार की गई है। किल कोरोना अभियान 2 के तहत सर्वे कर रहे दलों की संख्या बढ़ाई गई है। इसमें जिले के साढे चार लाख से अधिक परिवारों की निगरानी की जाएगी। एक व्यक्ति द्वारा प्रतिदिन लगभग 50 परिवारों से संपर्क किया जाएगा।
अनावश्यक आवागमन को रोकने के लिए रास्ते बंद किए जा रहे हैं: एसपी
पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने पुलिस द्वारा की जा रही कार्यवाही की जानकारी देते हुए बताया कि हर थाने में गाड़ियां उपलब्ध कराई गई हैं जो लगातार भ्रमण कर रही हैं। लोगों के अनावश्यक आवागमन को रोकने के लिए रास्ते भी बंद किए जा रहे हैं। इसके अलावा जहां सीसीटीवी लगे हैं वहां उनके माध्यम से भी मॉनिटरिंग की जा रही है।

निभा रहे रणबांकुरे राजेन्द्र, रमन, दिनेश अपना फर्ज

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शिवपुरी। जिला चिकित्सालय में दोपहर 2 से 3 तक पहुंचकर लोगों की समस्या सुनकर, रोको टोको वालेंटियर के रूप में मदद एवम लोगो को जागरूक करते हुए, राजेन्द्र गुप्ता, रमन अग्रवाल, दिनेश गर्ग।

अलर्ट: क्या आपको कोरोना के लक्षण हैं ? घर पर जगह नहीं ? तो घूमकर संक्रमण न बढ़ाएं, होटल पीएस के लग्जरी सिंधिया अस्पताल में चले जाएं

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शिवपुरी। जिले में कुछ लोग कोरोना के लक्षण होने के बाद भी बाजार में घूमते नजर आते हैं। जिससे संक्रमण नियंत्रण में परेशानी हो रही है। ये लोग घर के अकेले कमरे में रहकर इलाज नहीं कराते जिससे परिवार और समाज के लोग संक्रमित होते जा रहे हैं। हमारा ऐसे लापरवाह लोगों से सवाल है। क्या आपको कोरोना के लक्षण हैं ? घर पर जगह नहीं है ? तो बाजार, गली, मोहल्ले में घूमकर संक्रमण न बढ़ाएं, नगर के होटल पीएस के लग्जरी 'सिंधिया अस्पताल' में चले जाएं। यहां घर से बाहर घर जैसा आराम, भोजन, नाश्ता, पानी, चाय किसी होटल की तर्ज पर मिलेगी। बल्कि डॉक्टरों की निगरानी में रहकर जल्द कोरोना को हरा सकते हैं। घर के सदस्य, मोहल्ला, गली के लोग भी आपसे सुरक्षित रहेंगे। अस्पताल के महंगे खर्च की बजाए पूरी तरह निशुल्क इस होम कोरनटाईन सेंटर में आपको किसी तरह की परेशानी भी नहीं होगी।चाय, दवाई, भोजन, नाश्ता  होने से घर के किसी सदस्य को परेशान भी नहीं होना पड़ेगा। 
पैरामेडिकल स्टाफ, डॉक्टर, सुरक्षा, स्टाफ सबकुछ मौजूद
 यहां 100 बिस्तर का अस्पताल सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कैलाशवासी महाराज श्रीमंत माधवराव सिंधिया सेवा मिशन की ओर से तैयार करवाया है। जिसमें पैरामेडिकल स्टाफ रखा गया है। नर्सिंग स्टाफ, 2 सफाई कर्मचारी, शाम को हर दिन जिला अस्पताल के योग्य डॉक्टर की ड्यूटी कलक्टर अक्षय ने लगाई हुई है जो 95 प्रतिशत ऑक्सीजन वाले मरीजों का परीक्षण करते हैं। 2 सुरक्षा गार्ड। सुबह नाश्ता, दोपहर को भोजन, सुबह शाम चाय, शाम को भोजन और लग्जरी होटल नुमा टाइल्स वाले हॉल में दूर दूर पलँग के साथ यह 100 बिस्तर का अस्पताल होटल पीएस के मालिक सिंधिया के प्रिय पवन जैन, बीजेपी नेता हरवीर रघुवंशी, विजय शर्मा की देखरेख में संचालित हो रहा है। 
पीएस रेजीडेंसी कंपाउंड के पिछले परिसर में 100 बेड का अस्पताल
सिंधिया ने इस वैश्विक महामारी में अपनी भूमिका निभाते हुए पूरे प्रदेश में जगह जगह कोविड-19 के मरीजों के लिए आइसोलेशन सेंटर बनाए हैं। इसी तारतम्य में शिवपुरी जिले में होटल पीएस रेजीडेंसी कंपाउंड के पिछले परिसर में 100 बेड का आइसोलेशन सेंटर बनाया है। पवन जैन ने बताया की महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया का उद्देश्य महामारी को बढ़ने से रोकना है।साथ ही पीड़ित मरीजों को उचित स्वास्थ्य हेतु पोस्टिक आहार, दवाइयां ,मानसिक रूप से मजबूत बनाने के लिए मरीजों की काउंसलिंग कराना, यह सभी कार्य एक साफ-सुथरी, वेल मेंटेंड जगह पर अच्छे एवं मरीजों के प्रति पूर्ण समर्पित स्टाफ की देखरेख में हो रहा है। जिससे मरीज एवं उसका पूरा परिवार कोरोना की  विडंबना से पूर्णरूपेण बाहर आ सके एवं नया जीवन जी सके। श्रीमंत माधवराव सिंधिया सेवा मिशन के अंतर्गत 100 बेड का कोविड-19 आइसोलेशन सेंटर होटल पीएस एजेंसी के पिछले वाले कंपाउंड में एंट्री गेट नंबर दो में संचालित है। इस आइसोलेशन सेंटर में पैरामेडिकल स्टाफ round-the-clock रहता है। डॉक्टर सुबह शाम आते हैं एवं दवाइयां दी जाती हैं। साथ ही राउंड द क्लॉक गार्ड की व्यवस्था है जो हर मरीज की एंट्री रजिस्टर में करते हैं। यहां पर पूरे सेंटर को चलाने के लिए मैनेजर कुलदीप चौहान हैं। इनके साथ 2 सफाई कर्मचारी, रसोईया, सर्विस करने वाले कर्मचारी एवं एक असिस्टेंट मैनेजर भी है। 24 घंटे यहां ड्यूटी पर आदमी मिलते हैं। इमरजेंसी के लिए एंबुलेंस ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ उपलब्ध है। भोजन में नाश्ता, लंच एवं डिनर कोविड-19 के दिशा निर्देशों के अनुसार दिया जाता है। गरम पानी की व्यवस्था यहां उपलब्ध है।  साथ ही दो समय चाय एवं स्नेक दिया जाता है। जैन ने कहा कि महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया इस आइसोलेशन सेंटर की मॉनिटरिंग स्वयं करते हैं और किसी भी मरीज को कोई तकलीफ ना हो इसका विशेष ध्यान रखते हैं। 
ठीक हुए तो माला पहनाकर किया विदा
इस अस्पताल में अब तक अनेक मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके। इन्हें स्वस्थ होने और हमारा स्टाफ माला पहनाकर घर भेजता है। जिससे उनका होंसला बढ़े की कोरोना को हराया। श्रीमंत माधवराव सिंधिया आइसोलेशन सेंट्रल से घर गए लोगों ने अपने अनुभव शेयर करते हुए कहा की यहां की व्यवस्था अति उत्तम है। साफ सफाई, हर समय पैरामेडिकल स्टाफ, टाइम टू टाइम डॉक्टर, दवाइयां, खाना, गरम पानी, चाय, सबसे बड़ी बात स्टाफ की सकारात्मकता एवं आत्मीयता। जिससे हम जल्द स्वस्थ हो सके। 
समझिये जिमेदारी
कोरोना जितना घातक है उतना इलाज आरम्भ से हो। जाँच हो, रिपोर्ट के पूर्व डॉक्टर से दवाई शुरू हो जाये और ऑक्सीजन 95 के आसपास हो तो ऐसे टॉप क्लास अस्पताल में रहकर जल्द स्वस्थ हो सकते हैं। नो रिस्क, नो झंझट। 
कलक्टर, एसपी ने किया दौरा
कलक्टर अक्षय सिंह, एसपी राजेश चन्देल भी आज होटल पीएस के अस्पताल पहुंचे। अस्पताल के पैरामेडिकल स्टाफ से योग्यता पूछी। व्यवस्था से संतुष्ट नजर आए। कलक्टर ने मामा का धमाका डॉट कॉम के एडिटर इन चीफ विपिन शुक्ला से कहा कि घर में जगह कम है या खाने पीने की दिक्कत, कोरोना की वजह से परिवार की चिंता से निपटने के लिये सबसे अच्छा है की होटल पीएस अस्पताल में रहकर दवाई, भोजन, पानी, चाय, रेगुलर डॉक्टर चेकुअप करवाये। जल्द फिट होकर घर जाएं। लेकिन हर गिज कोरोना लक्षण वाले बाहर न जाये। घर मे भी अकेले में रहें। जिससे संक्रमण काबू में लाया जा सके। 

एडवोकेट तिवारी ने लिखा अतिरिक्त मुख्य सचिव को चिकित्सकिय अव्यवस्था को लेकर पत्र

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शिवपुरी। अवाम से जुड़ी ज्वलंत समस्याओं को समय समय पर नगर के ख्यातिनाम एडवोकेट विजय तिवारी उठाते रहे हैं।  आज भी नगर के मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल से जुड़ी अव्यवस्था को लेकर उन्होंने प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव को पत्र भेजा है। जिसमें कई बिंदुओं पर प्रहार किया है। देखिये क्या लिखा पत्र में। ये है वह पत्र। 

'वार्ड 32 में पानी से जंग', जहां हुई 'कोरोना से मौत' वहीं 'जुट रही' 'टैंकर' पर 'भीड़'

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शिवपुरी। नगर के कमलागंज इलाके वाले वार्ड 32 में पेयजल की किल्लत मड़ीखेड़ा भी दूर नहीं कर पाई। कर लेती तो शायद यहाँ पानी के लिए जंग के हालात न होते। पानी के एक टैंकर पर 50 परिवार की उम्मीद भीड़ बढ़ा रही है। यहां कोरोना के एक मरीज की मौत हुई उसके दस कदम पर टैंकर से पानी भरने भारी भीड़ जुटी नजर आती है। बोलती तस्वीर गवाह हैं कि नपा की मड़ीखेड़ा टीम को यह जल संकट दूर करना चाहिये। जिससे संक्रमण के खतरे को टाला जा सके। 
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