जम्मू। वैष्णो देवी मंदिर में देर रात करीब 2:45 बजे भगदड़ मचने से 12 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 14 लोग घायल हुए हैं। इनमें से 3 की हालत गंभीर है। घायलों को कटरा के नारायना अस्पताल में भर्ती किया गया है। DGP दिलबाग सिंह ने कहा कि श्रद्धालुओं के बीच किसी बात पर विवाद हो गया उनमें धक्का-मुक्की हुई इससे भगदड़ मच गई। मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे। एक श्रद्धालु ने बताया कि भारी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए थे, निकलने के लिए कोई रास्ता नहीं था। भगदड़ में जान गंवाने वाले उत्तरप्रदेश, पंजाब, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के हैं। हादसे के बाद भी यात्रा जारी है। उधर, केंद्र सरकार ने मृतकों के परिजन को 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है। वहीं, जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने मृतकों के परिजन को 10-10 लाख रुपए और घायलों को 2-2 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है। पीएम मोदी व अमित शाह ने घटना पर दुख जताया और कहा कि स्थिति पर निगाह रखे हुए हैं।
हालात पहले से हैं खराब
वेष्णो देवी में पहले से हालात खराब हैं। पिट्ठू रास्ते में यात्रियों का पैदल चलना मुश्किल किये हुए हैं। उस पर भी बैटरी चलित वाहन प्रबन्धन लेनदेन कर यात्रियों को जाने देता है। स्थानीय पुलिस की भी मिली भगत देखने मिलती है। इतनी बड़ी धार्मिक यात्रा में जहां लाखों श्रद्धालु रोज आते हैं वहाँ सेना के काम को छोड़कर बाकी प्रबन्धन यात्रियों के साथ भेदभाव करता है। यहां बड़े बदलाव की साफ जरूरत है।
यही हालत गोवर्धन में
गोवर्धन मथुरा में भी हालात खराब हैं। भीड़ मन मर्जी से दर्शन करती है। लाखों भक्त रोज आते हैं पर व्यवस्था खराब है। गोवर्धन जाने वाली सड़क का काम कछुआ गति से जारी है। सड़क खराब है। मंदिरों में पंडे मनमर्जी करते नजर आते हैं। जबकि मथुरा में मुख्य सड़क पर घण्टों जाम रहता है। पुलिस वसूली भले ही कर ले पर व्यवस्था नाम की कोई चीज यहां नहीं है। प्रेम मन्दिर से लेकर बिहारी जी के मंदिर तक जाम ही जाम हर दिन की कहानी है।
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