पुलिस ने चंगेज के साथ शिवपुरी के सीहोर थाना के कांकर के सुनील गुर्जर को दबोचा, 3 की तलाश
- आरोपी हैदर निवासी मेवात की दोस्ती थी सुनील से इसलिए न्योता देकर बुलाया था शिवपुरी
-एएसपी प्रवीण भूरिया, एसडीओपी अजय भार्गव, फिजिकल थाना प्रभारी कृपाल सिंह राठौड़, एड़ी प्रभारी रविन्द्र सिकरवार, सायबर प्रभारी प्रवीण तर्वेदी की रही खुलासे में भूमिका
शिवपुरी। शहर के कमलागंज और बाईपास पर 11 दिसंबर को दो एटीएम कटर से काटकर 42 लाख उड़ा दिए गए थे। इस अंधी चोरी के पांच में से दो आरोपियों को फिजिकल थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हरियाणा मेवात इलाके के चंगेज खान ने इस घटना को साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया था जिसमें हैदर खान, सुब्बा खान व एक अन्य के साथ जिले के सीहोर थाने के ग्राम काकर का एक आरोपी सुनील गुर्जर शामिल था। इन्होंने शिवपुरी के किसी ऋषव जैन ठेकेदार की बलेनो कार माँगकर घटना को अंजाम दिया। आरोपी चंगेज खान साथियों के साथ एटीएम को काटने के बाद 42 लाख रुपए लेकर निकला जो सतनवाड़ा इलाके में आपस में बांट लिये थे। तब एसपी राजेश चन्देल ने इसे चुनोती माना और टीम गठित की। जिसमें एएसपी प्रवीण भूरिया, एसडीओपी अजय भार्गव, फिजिकल थाना प्रभारी कृपाल सिंह राठौर, एड़ी प्रभारी रविंद्र सिकरवार और साइबर सेल प्रभारी प्रवीण त्रिवेदी की टीम ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर इनके कब्जे से 6 लाख 20 हजार बरामद किए हैं वहीं कटर, कार भी जब्त की। जबकि अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
एसपी राजेश ने लिया था चेलेंज
एसपी राजेश सिंह चंदेल इस घटना को चैलेंज के रूप में लिया था जब शिवपुरी में एक ही रात में दो अलग एटीएम पर धावा बोला और 42 लाख उड़ा दिए गए तो राजेश सिंह चंदेल ने रणनीति तैयार की थी और मामले का जल्द खुलासा करने के निर्देश टीम को दिए थे। इसके लिए एक टीम का गठन किया गया था जो एएसपी भूरिया, एसडीओपी अजय भार्गव, फिजिकल थाना प्रभारी कृपाल सिंह राठौर की अगुवाई में काम कर रही थी।
फुटेज से खुली गुथी
फुटेज के आधार पर पुलिस ने पीछा करते हुए यह पूरा राज पास कर दिया। इस बड़े खुलासे से पुलिस को नई ऊर्जा मिली है। नए साल में इस बड़ी घटना का खुलासा होने से पुलिस बल को आत्म बल भी बढ़ सकेगा।
कृपाल अंधे केस के माहिर
बता दें की कृपाल सिंह राठौर जब फिजिकल से पहले देहात थाने पर पदस्थ थे उस दौरान भी उन्होंने राघवेंद्र नगर के एक अंधे हत्याकांड का खुलासा किया था। हत्याकांड भी ठीक एटीएम की तर्ज पर गुपचुप अंजाम दिया गया था।
इनकी भी सराहना
इस मामले में उप निरीक्षक मुकेश दुबौलिया सहायक उप निरीक्षक गुलशन सोनकर लोकनाथ भगत प्रधान आरक्षक सत्यवीर सिंह प्रधान आरक्षक अजीत तिवारी केशव तिवारी नरेश यादव व समान चंद्रभान आरक्षक पुष्पेंद्र सिंह हरेंद्र अनूप और साइबर सेल के आरक्षक विकास सिंह की भी खुलासे में भूमिका मानी जा रही है। सभी को नकद इनाम दिया जाएगा।
हैदर अटैची चलाने आया था शिवपुरी तब हुई थी सुनील गुर्जर से दोस्ती
एटीएम खुलासे के मामले में अहम किरदार शिवपुरी काकर गांव के सुनील गुर्जर का रहा है एक समय जब आरोपी हैदर हरियाणा से शिवपुरी आया था और उसमें हितेची चलाता था। उस दौरान किसी तरह सुनील गुर्जर से उसकी दोस्ती हो गई थी। पुरानी दोस्ती में इनकी अक्सर बातचीत हुआ करती थी। बताया जा रहा है कि जब हैदर ने पैसों की तंगी की बात सुनील गुर्जर से कहीं तो सुनील गुर्जर ने एटीएम का सॉफ्ट टारगेट बताते हुए शिवपुरी बुलाया था और बाद में घटना को अंजाम दिया।
करेरा का एटीएम थाने जाने पर चौकीदार ने कर दिया काम असफल
शिवपुरी के एटीएम काटने से पहले पांचों आरोपी करेरा पहुंचे थे। करैरा के एटीएम को काटकर रुपए उड़ाने थे और वहीं से निकल जाना था लेकिन करेरा के एटीएम पर चौकीदार मौजूद था जिसके चलते उनके मंसूबे कामयाब नहीं हो सके तब सुनील गुर्जर ने इनका हौसला बढ़ाया और शिवपुरी ले आया। शिवपुरी के एबी रोड पर एकांत का लाभ उठाते हुए उन्होंने एक नहीं बल्कि 2 एटीएम कटर से काटे फिर दोनों एटीएम से ₹42 लाख लेकर भाग निकले थे।
शातिर अपराधी हैं कुख्यात मेवात के चार आरोपी
एटीएम काटने के मामले में हरियाणा के चार आरोपी जबकि शिवपुरी जिले का एक आरोपी शामिल है। हरियाणा के कुख्यात इलाके मेवात के विभिन्न स्थानों पर रहने वाले 4 आरोपियों ने शिवपुरी आकर इस घटना को अंजाम दिया था घटना की रात यह लोग ट्रेन में सफर करके ग्वालियर तक आए थे। बाद में डबरा पहुंचे और वहां से होते हुए मगरोनी इलाके में आए जिसके बाद सुनील गुर्जर को साथ लेकर उन्होंने घटना को अंजाम दिया।
बलेनो कार मांग कर ले गए थे नंबर प्लेट खाली कर दी
उक्त घटना को अंजाम देने के लिए जिस बलेनो कार का इस्तेमाल किया गया वह शिवपुरी के ही कोई ऋषभ जैन ठेकेदार की बताई जा रही है। सुनील गुर्जर का कोई रिश्तेदार पहले ऋषभ जैन की कार चलाता था उसके एक कहने पर कार मांगने पर दे दी गई थी जिसकी नंबर प्लेट काली करने के बाद उन्होंने घटना को अंजाम दिया था। मगरोनी तक पहुंचकर नहीं मिल रही थी कार की लोकेशन
इस मामले में जो कार बरामद की गई पुलिस ने उसकी गहन पड़ताल की थी मगरोनी इलाके तक उस कार की लोकेशन मिलती थी उसके बाद अगली लोकेशन ट्रेस नहीं हुई बावजूद इसके फिजिकल थाना प्रभारी कृपाल सिंह ने हार नहीं मानी और विभिन्न स्थानों से मिले फुटेज के आधार पर एटीएस और दीगर स्थानों की पुलिस से संपर्क बनाकर रखा। करेरा की जेल तक भी उन्होंने इस मामले में पड़ताल की। यही से सुनील का पता लगा लेकिन अचरज की बात यह है कि इस मामले में पुलिस को मेवात से पहले सफलता मिली। जहां से पुलिस ने चंगेज खान को उठाया जब चंगेज खान पर कसबल डाला गया तो उसने खुलासा किया कि शिवपुरी का सुनील गुर्जर भी उनके साथ मौजूद रहा था। उसके बाद ही पुलिस ने सुनील गुर्जर को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 2 दिन के रिमांड पर सुनील गुर्जर को जबकि चंगेज खान को न्यायालय में पेश किया है और उसे भी रिमांड पर लेने की बात कर रही है।
जिस एटीएम में कम पर्ची वहां करते हैं वारदात
पकड़े गए आरोपियों ने खुलासा किया कि वे एटीएम में कितने रुपए हैं। इस बात की जानकारी पर्चियों को देखकर पता करते हैं जो एटीएम से निकलती हैं। यदि किसी एटीएम के अंदर ज्यादा पर्ची होती हैं तो उनको अंदाज होता है कि एटीएम खाली है और अगर पर्चियां कम होती हैं तो यह अंदाजा लगा लेते हैं कि एटीएम नोटों से लबालब है और वे आसानी से घटना को अंजाम दे देते हैं। जो आरोपी पकड़े गए हैं वे शातिर किस्म के हैं और मेवात इलाके के कई आरोपी एटीएम काटने और रुपए उड़ाने के माहिर हैं।

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें