बदरवास। के समीप ग्राम आनंदपुर में चल रही श्री रामकथा का विशाल भंडारे के साथ में समापन हो गया है इस कथा का आयोजन 17 जनवरी से 26 जनवरी तक किया गया था। कथा के विश्राम दिवस पर ब्रज भूषण महाराज ने कहा कि भगवान श्री राम परमार्थ स्वरूप परब्रह्म है उनको मानव समझना हमारी बहुत बड़ी भूल है प्रभु तो लीला करने के लिए मानव रूप धारण करते हैं और दुष्टों का संहार करते है रावण को वरदान था कि वह मनुष्य के हाथों ही मारेगा इसलिए भगवान ने मानव रूप धारण किया वैसे तो परमात्मा परम ब्रह्म परमेश्वर है कभी भी अपने स्वरूप से अलग नहीं होते भक्तों को आनंद देने के लिए भगवान नाना रूप धारण करते है और दुष्टों का संहार करते हैं यह प्रवचन बदरवास के समीप ग्राम आनंदपुर में चल रही श्रीराम कथा के 9वे दिन राज्याभिषेक के दौरान पंडित श्री बृजभूषण महाराज ने दिए और उन्होंने बताया मानव की सदैव श्री राम का भजन करना चाहिए जिससे उसका लोक और परलोक दोनों सुधरे एवं उसके पितरों का उद्धार हो आचार्य जी ने लंका कांड का विस्तार से वर्णन किया और उन्होंने बताया की मेघनाद को मार ही नहीं सकता था क्योंकि जो 12 वर्ष तक अन्न का त्याग कर देगा नींद का त्याग कर देगा एवं स्त्री का त्याग कर देगा वही मेघनाथ को मार सकता था यह काम लक्ष्मण जी ने कर दिखाया और आचार्य ने आगे प्रसंग में उत्तर कांड की सुंदर कथा का वर्णन किया और बताया कि रामायण में प्रत्येक प्रश्न का उत्तर मिलेगा रामकथा का आयोजन समस्त ग्रामवासी आनंदपुर वालों ने करवाया।
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