दिनारा। दिनारा के समीप ग्राम राजपुर, सनौरा में प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्रीहनुमान जी के मंदिर पर पांच दिवसीय श्री राम चरित मानस सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष भी इस आयोजन में अयोध्या के अलावा अन्य कई जगहों से संतों का आगमन हो रहा है, इसी क्रम मैं आयोजन समिति ने शिवपुरी की वाल योगी कथा वक्ता पं वासुदेव नंदिनी भार्गव को भी आमंत्रित किया। कथा व्यास व्यास वालयोगी नंदिनी भार्गव ने प्रथम दिवस, श्री राम चरित मानस सम्मेलन में अपने भावपूर्ण, ओजस्वी वाणीे एवं शास्त्रीय गायन के साथ, रामकथा पर उत्तम तरीके से कथा के प्रसंग सुनाये, जिससे पांडाल मैं वैठे रशिक, रामभक्त श्रोताओं ने आत्ममुग्ध होकर, राम कथा का रसपान किया। नंदिनी भार्गव ने कथा की महिमा की स्पष्टता मैं वताया कि कथा करने या कराने से पहले कथा के स्वरूप को जानना ज्यादा महत्वपूर्ण होता है,हम कथा आदि धार्मिक अनुष्ठानों के रूप कोभलि भांति वना देते हैं, किंतु सार्थकता तव है,जव हम,रूप को महत्व न देकर, स्वरूप को पहचानने की कोशिश करैं, जैसे रामचरित मानस हमने कितनी बार सुना है,पर यदि इसी क्रम को उल्टा करके देखै, तो इसे आसानी से समझा जा सकता है, जैसे मानस चरित राम,तो मानस तो हमै ठाकुर जी ने वना ही दिये हैं,वस हम अपने चरित मैं सुधार और कर लैं तो राम सहजता से दर्शन दे देते हैं। पांच-दिवसीय रामचरित मानस के इस महा सम्मेलन मैं दूर दूर से राम भक्त पधार रहे हैैं।
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