शिवपुरी। पटरी से उतर कर चल रहे सिद्धि विनायक अस्पताल में रविवार को एक बड़ा मामला फिर सामने आ गया है। करेरा की पूर्व कद्दावर विधायक शकुंतला खटीक ने सिद्धिविनायक प्रबंधन पर गंभीर आरोप जड़ दिए हैं। जिस महिला विधायक ने करेरा में टीआई को ललकारते हुए कहा था कि थाने में आग लगा दूंगी वह आज फूट फूट कर रोती नजर आई। दरअसल 14 जनवरी को उन्होंने अपनी बहूमधु को सिद्धिविनायक में प्रसव के लिए भर्ती कराया था बकौल शकुंतला बहू को भर्ती कराने के दौरान उन्होंने अस्पताल के डॉ सुनील तोमर से कहा था कि पैसे की कोई फिकर मत करना डिलीवरी बढ़िया से हो जाना चाहिए। जिस पर उन्होंने भरोसा दिलाया था कि आप चिंता मत करो बढ़िया इलाज होगा और प्रसव भी अच्छे से कराएंगे। विधायक ने आरोप लगाया कि बहु को प्रसव पीड़ा हो रही थी लेकिन 15 तारीख की रात को मेडिकल कॉलेज की एक डॉक्टर ने 3 बजे बहु को ओटी में बुलाया और जब उन्होंने पूछा तो बताया कि नॉर्मल डिलीवरी करना है इसलिए ले जा रहे हैं। बकौल विधायक तब हमने देखा था कि बच्चेदानी से बच्चे का मुंह बाहर आ चुका था और नॉर्मल डिलीवरी होने ही जा रही थी लेकिन उनके देखते-देखते महिला डॉक्टर ने हाथों से बच्चे का मुंह अंदर कर दिया और सीजर कर डाला। जब तक उन्होंने रोका तब तक सीजर कर दिया गया विधायक ने रोते हुए कहा कि जो नॉर्मल डिलीवरी आसानी से हो रही थी उसे जबरन सीजन में तब्दील कर दिया है। मेरी जैसी विधायक रही महिला के साथ इस तरह की घटना सिद्धिविनायक में हुई है यहां तो सैकड़ों और हजारों लोग ग्रामीण स्तर से आते हैं उन गरीबों के साथ क्या होता होगा ? यह सोच कर भी में घबरा रही हूं। विधायक ने रोते-रोते कहा कि उनका बेटा 50,000 लेकर आया था तो उन्होंने कहा था कि और पेसे लगे तो भी घबराना नहीं लेकिन अस्पताल में गजब कर दिया गया। विधायक ने आरोप लगाया कि उनकी तीन बेटियां और दो बेटे हैं इतना जानती हैं कि किस तरह प्रसव होता है कौन सा प्रसव साधारण होता है और कौन सा सीजर होता है। लेकिन उन्हीं के सामने सामान्य डिलीवरी के मामले को इन्होंने सीजर करके रख दिया।
बेटे ने कहा
उनके बेटे ने भी कहा कि डॉ सुनील तोमर माफी मांग रहे हैं लेकिन इस तरह के मामले में मम्मी पीछे हटने वाली नहीं है और कलेक्टर के समक्ष शिकायत दर्ज कराएगी।
फिर सुर्खियों में
इस मामले से पूरे शहर में फिर सनाका खिंच गया है सिद्धिविनायक अस्पताल एक बार फिर से चर्चा में आ गया है। इस बारे में जब हमने डॉक्टर सुनील तोमर से बात करने के लिए फोन लगाया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

Galat system hai...
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