शिवपुरी। माधव नेशनल पार्क में टाइगर की दहाड़ जल्द सुनाई देने के आसार बढ़ गए हैं। शुक्रवार को केंद्रीय समिति की दिल्ली में आयोजित बैठक के दौरान माधव नेशनल पार्क शिवपुरी के डायरेक्टर सीएस निमामा और डिप्टी डायरेक्टर अनिल सोनी ने शानदार प्रजेंटेशन के माध्यम से दिल्ली की टीम का दिल जीत लिया। यहां अब तक किए गए टाइगर बसाहट के काम को देखकर दिल्ली के अधिकारी गदगद नजर आए और अब इस बात की उम्मीद बढ़ गई है कि जल्दी ही ₹16 लाख का बजट माधव नेशनल पार्क टाइगर प्रोजेक्ट के लिए मिल जाएगा। इस बात की उम्मीद की जा रही है कि जैसे ही बजट मिलेगा टाइगर प्रोजेक्ट का बचा हुआ काम पूरा कर लिया जाएगा और फरवरी-मार्च के बाद कभी भी यहां टाइगर लाये जा सकेंगे।
पन्ना से ट्रेंड होगा स्टाफ
इतना ही नहीं शिवपुरी के दो दर्जन से ज्यादा और अधिकारी और कर्मचारी पन्ना टाइगर रिजर्व में भेजे जाएंगे जहां उन्हें टाइगर से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा उन्हें किस तरह रखा जाना है और किस तरह देखरेख की जानी है। खाने पीने से लेकर टेरिटरी में किस तरह टाइगर प्रोजेक्ट को संभाला जाएगा। यह सभी गुर सीखने के लिए शिवपुरी माधव नेशनल पार्क के अधिकारी कर्मचारी बारी-बारी से पन्ना भेजे जा रहे हैं। 1 सप्ताह के भीतर यह टीम शिवपुरी से कूच कर जाएगी और जल्दी ही प्रशिक्षण लेकर वापस लौटेगी।
सिंधिया राजघराने की प्रतिबद्धता
बता दें कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया और युवराज महा आर्यमन शिवपुरी माधव नेशनल पार्क में टाइगर प्रोजेक्ट को लेकर काफी गंभीर हैं और यहां उन्होंने टाइगर लाने के लिए की जा रही कवायद पर बराबर नजर बनाकर रखी हुई है। पार्क के डायरेक्टर सीएस निमामा ने लगातार प्रतिबद्धता दिखाते हुए माधव नेशनल पार्क की तय सीमा को बढ़ाने में भी सफलता प्राप्त की है।
खुलेंगे रोजगार के द्वार
बता दें कि अब जबकि केंद्र की टीम टाइगर प्रोजेक्ट को लेकर खुश नजर आई है ऐसे में जल्दी ही यहां टाइगर आ सकेंगे और टाइगर आए तो शिवपुरी जी के रोजगार के रास्ते खुल सकेंगे यहां के युवाओं से लेकर कई लोगों को रोजगार मिल सकेगा जिला पर्यटन संवर्धन समिति के अरविंद तोमर और कलेक्टर अक्षय सिंह भी शिवपुरी में टाइगर प्रोजेक्ट को बसाने के लिए लगातार प्रश्न शील हैं उन्होंने अब तक कई मर्तबा कूनो पालपुर अभ्यारण से लेकर रणथंबोर में अधिकारियों के साथ बैठक की है। जिसके बाद शिवपुरी को ओरछा ग्वालियर दतिया झांसी से मिलाकर पर्यटन के नए द्वार खोलने की तैयारियां भी तेजी से की जा रही हैं।

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