पिछोर। प्रदेश की पहली विस् के सदस्य रहे पूर्व राजस्व मंत्री लक्ष्मी नारायण गुप्ता नन्ना जी की अस्थियां शुक्रवार को पिछोर, दतिया की जीवन दायनी उर नदी में विसर्जन कर दी गईं। उनके सुपुत्र वीरेंद्र गुप्ता ने अस्थि विसर्जित कीं। धमाका से बात करते हुए वीरेंद्र ने कहा कि नन्ना जी की बदौलत ही पिछोर की उर नदी पर आज करोड़ों की लागत से बांध का निर्माण किया जा रहा है। आधा बांध बनकर तैयार हो गया है। जिसमें जल संग्रहण भी हुआ है, आज उसी में उनकी अस्थि विसर्जित कीं। दरअसल सालों से नन्ना जी जब भी भोपाल से पिछोर आते थे उर नदी पर जरूर जाते थे। मिनी नेता ने कहा कि सालों से हमने नन्ना जी को उर नदी को लेकर बातें करते वहां आते जाते देखा है।
नहरों से जब बहेगा जल तो नन्ना जी भी पहुंचेंगे दतिया तक
हरिद्वार, सोरों जी को छोड़कर नन्ना जी की आस्था के केंद्र उर नदी में अस्थि विसर्जन के पीछे उनके परिजनों व निकटजनों की यह सोच है कि जब बांध बनकर तैयार होगा और उसका पानी नहरों के माध्यम से दतिया तक खेतों में जायेगा तो नन्नाजी भी साथ रहेंगे इससे उनकी आत्मा को शांति मिल सकेगी। क्योंकि उन्हीं की बदौलत और प्रयासों से उर नदी सिंचाई के मामले में मील का पत्थर साबित होगी। इस मौके पर गहोई समाज के रूपेश गुप्ता ग्वालियर भी मौजूद थे।

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