ऐसे सुलझी गुत्थी
दरअसल कोतवाली पुलिस के शर्मा को इस महिला की जानकारी मिली तो यह 1 तारीख की दोपहर उसे अपने साथ ले आये। पूछताछ में महिला की अवस्था आड़े आई। वह कभी रीना तो कभी रिंकी नाम बताती। जो मोबाइल नम्बर उसके पास था वह झारखंड लग रहा था। ऐसे में पुलिस ने उसे वन स्टॉप सेंटर में सुरक्षित रख लिया लेकिन पहेली सुलझी नहीं थी। सुबह जैसे ही शर्मा ने धमाका पर फ़ोटो के साथ खबर पढ़ी पूरी जानकारी हासिल कर रीना को उसके पति के सुपुर्द करवाने पहल की। खास बात यह है कि धमाका की खबर मुख्य सूत्रधार रही।
पाठको से अपील
धमाका की बढ़ती लोकप्रियता का श्रेय आप सुधि पाठकों को ही है। अपने ही जिले शिवपुरी के 35 साल से पत्रकारिता करते आ रहे अनुभवी विपिन शुक्ला मामा ने इसे लॉन्च किया। डेढ़ साल से भी कम समय मे धमाका पाठकों ने सिरमौर बनाया है। श्रमजीवी पत्रकारिता के उद्देश्य को लेकर धमाका टीम रात दिन काम कर रही है। अपने बेटे को ऊंचाई तक अपने ही ले जा सकते हैं इसलिये आप यही साथ, स्नेह प्यार बनाये रखिये। अपनी किसी भी खबर के लिये मोबाइल नम्बर 98262 11550 पर खबरें देना न भूलिये।
80 हजार पाठकों तक पहुंच
खामोशी से धमाका करना हमारा काम है। हम किसी के विरोधी नहीं। कमियों को मुखरता से सामने लाना हमारा काम रहा है। बता दें कि इन्ही निष्पक्ष खबरों की वजह से हमारे संपादक विपिन शुक्ला मामा की अलग पहचान है। बड़े दावे ओर ब्रांडिंग करने की बजाए उन्होंने सदैव काम पर ध्यान दिया। यही वजह रही कि इसी शिवपुरी में आप सभी पाठकों के सहयोग अपनत्व से उन्होंने 13 साल दैनिक भास्कर, 6 साल पत्रिका को लॉन्च कर मुश्किल समर में भास्कर के सामने जिले में नम्बर 1 किया, कई पुरस्कार उनकी खबरों को मिले, बाद में 6 साल नईदुनिया में ब्यूरो चीफ के बाद स्वेक्षा से त्यागपत्र देकर ऑनलाईन खबरों का पॉर्टल मामा का धमाका डॉट कॉम mamakadhamaka.com की शुरुआत की जो आज 80 हजार पाठकों तक पहुंच बनाते हुए सबसे अग्रणी है। यानि हमारी हर खबर 80 हजार पाठकों तक जाती है जिसमें 3 फेसबुक पेज प्रत्येक 5 हजार पाठकों से भरे हुए हैं। 2 धमाका फेसबुक पेज। वाटसअप के माध्यम से 60 हजार से अधिक पाठकों को मिलाकर यह कारवाँ निरन्तर आगे बढ़ता जा रहा है।
दीजिये विज्ञापन बढाइये व्यापार
धमाका की अपार लोकप्रियता का उदाहरण एक अकेली रीना का मिलना नहीं है बल्कि हम जिला प्रशासन को जिले की कमियों से अवगत कराकर उन्हें दूर करने में प्रशासन के सहयोगी हैं। इस तरह हम आपके द्वारा करोड़ों, लाखों लगाकर थमे हुए व्यापार को भी विज्ञापन के माध्यम से नई ऊंचाई दे सकते हैं।

Shukriya Shuklaji (Mama)
जवाब देंहटाएं