Responsive Ad Slot

Latest

latest

महाविद्यालय में हो स्थाई प्राचार्य: एबीवीपी

मंगलवार, 1 फ़रवरी 2022

/ by Vipin Shukla Mama
शिवपुरी। आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रतिनिधि मंडल ने महाविद्यालय मे स्थायी प्राचार्य, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन, विश्वविद्यालय मे प्राध्यापकों की भर्ती ऐसी माँगो को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री के नाम डिप्टी कलेक्टर बृजेंद्र सिंह यादव को छात्र मांग पत्र सौंपा|
विद्यार्थी परिषद की नगर सह मंत्री ऐश्वर्या शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने वाला मध्यप्रदेश देश में अग्रणी राज्य में से एक है राष्ट्रीय शिक्षा नीति की व्यापक बहस
आज भी उतनी ही आवश्यक है जिसके कारण विद्यार्थी और शिक्षक समुदाय उसके अनुरूप भविष्य की संभावनाओ को देख सके
| उच्च शिक्षा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को सुचारु रुप से लागू करने हेतु राज्य शासन द्वारा तुरंत एक क्रियान्वयन समिति की
घोषणा की जाए। तकनीकी शिक्षा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन हेतु शासन द्वारा तुरंत प्रारूप घोषित किया जाए।
तकनीकी शिक्षा एवं चिकित्सा शिक्षा को भी मातृभाषा हिंदी में पढ़ने की व्यवस्था हेतु पाठ्यक्रमों का तुरंत हिंदी अनुवाद
किया जाए।
मध्यप्रदेश में उच्च शिक्षा संस्थानों का NIRF रैंकिंग में नहीं आना यह बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण है साथ ही तकनीकी शिक्षा में तकनीकी विश्वविद्यालय एवं तकनीकी महाविद्यालय एमबीए रैंकिंग प्रतीक्षारत है | अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के मांग करती है कि तुरंत शिक्षा संस्थानों के NACC, NIRF, NBA जैसे मूल्यांकन हेतु तैयार किया जाए।
ऐश्वर्या ने आगे बताया कि आज मध्य प्रदेश के विश्वविद्यालय नियमित शिक्षकों की कमी से जूझ रहे है अभाविप का सुविचारित मत है कि
विश्वविद्यालयों में खाली पड़े पदों के ऊपर तुरंत शिक्षकों की नियुक्ति की जाए
| प्रदेश के शा.महाविद्यालय नियमित प्राचार्यों के अभाव में है अभाविप माँग करता हैकि शा. महाविद्यालयों मेंतुरंत नियमित
प्राचार्यों की नियुक्ति की जाए ।
यदि बात की जाए जुलाई 2021 में सहायक प्राध्यापकों की भर्ती में संस्कृत विषय का एक भी प्राध्यापक पद स्वीकृत न होना दुर्भाग्यपूर्ण है
अभाविप का मानना है कि संस्कृत विषय के रिक्त पड़े पदों पर तुरंत भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ की जाए । मध्यप्रदेश के अधिकतम विश्वविद्यालय में संस्कृत भाषा का ना होना संस्कृत भाषा में पड़ने वाले विद्यार्थियों के लिए अन्याय
करता है | विद्यार्थी परिषद की माँग है कि शासकीय विश्वविद्यालय में यथा सम्भव संस्कृत विभाग प्रारंभ किया जाए।दिन प्रतिदिन विश्वविद्यालयों की शासकीय ग्रांट में हो रही कटौती यह तुरंत भरपाई की जाए एवं शिक्षा के नए आयाम विकसित करने हेतु तथा व्यवस्थाओ को सुचारू बनाने हेतु भी अतिरिक्त ग्रांट राज्य सरकार द्वारा मुहैया कराई जाए।
विद्यार्थी परिषद के प्रतिनिधि मंडल मे प्रांत छात्रा प्रमुख अनुप्रिया तँवर, जिला संयोजक मयंक राठौर , जिला सह संयोजक आदित्य पाठक,देवेश धानुक, संदीप शर्मा,ऐश्वर्या शर्मा,अभिषेक सिंह चौहान,रोहनदेव पाल, सलोनी शर्मा आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे|

कोई टिप्पणी नहीं

एक टिप्पणी भेजें

© all rights reserved by Vipin Shukla @ 2020
made with by rohit Bansal 9993475129