शिवपुरी। बिजली कंपनी शिवपुरी और नगरपालिका एक बार फिर आमने-सामने आ गए हैं। बीते कई सालों से यह दोनों विभाग आपस में उलझते नजर आए हैं। पिछले कई कार्यकालों में बिजली कंपनी का प्लास नगरपालिका के तारों पर चलता रहा है और कनेक्शन काटे गए हैं। कभी नलकूप की सप्लाई बाधित हुई है, तो कभी चांदपाठा की सप्लाई बाधित हुई। कभी कार्यालय की लाइट काटी गई और इस तरह बकाया राशि का भुगतान होता रहा। अब दोबारा से 16 करोड़ 58 लाख की बकाया राशि के लिए बिजली कंपनी ने भृकुटि तान ली है। बात इस हद तक बढ़ गई कि बैठक में समझौता होने के बावजूद कल बिजली कंपनी ने नपा कार्यालय का कनेक्शन काट दिया। नगर पालिका के प्रशासक कलेक्टर अक्षय सिंह है इसलिए जैसे ही बात गलियारों से बाहर आई हड़कंप मच गया। बिजली कंपनी उल्टे पैर वापस हुई और आनन-फानन में कनेक्शन जोड़ा गया।
महाप्रबंधक पीआर पाराशर ने कहा है कि 2 दिन के अंदर अगर भोपाल तक राशि नहीं भेजी तो हम सभी कनेक्शन काट देंगे।
इधर नगरपालिका के सीएमओ शैलेश अवस्थी यह कह रहे हैं कि उन्होंने 12 लाख इनको दिए उसका कोई हिसाब नहीं है। जिन नलकूपों में 5 हॉर्स पावर की मोटर है उसके बदले में भी बड़ी मोटर की तर्ज पर कम्पनी भुगतान ले रही है। बिजली कंपनी हिसाब-किताब देने को तैयार नहीं हैं और ऊपर से पैसों की मांग की जा रही है। एक आम उपभोक्ता की तरह हमने यही कहा है कि हमें दस्तावेज दिखाए जाएं जिससे हम भुगतान कर सके, हमने पैसे देने को मना नहीं किया।
बता दें कि नगर पालिका और बिजली कंपनी का बरसों पुराना यही ताना-बाना रहा है। पिछले कई कार्यकाल के दौरान धमाका टीम ने देखा है कि बिजली कंपनी भुगतान लेने जाती है, नगरपालिका आनाकानी करती है और नतीजे में कनेक्शन काटे जाते हैं। बाद में कुछ राशि जमा कर मामले को चलता कर दिया जाता है। कल भी जब पहली खबर आई तो 21 करोड़ बकाया राशि बताई गई थी लेकिन बाद में उसे घटाकर कम कर दिया गया। जो बकाया राशि है उसकी जहां तक हमें जानकारी है यह वही माजरा है जब आधी अधूरी राशि का भुगतान किया गया और वह धीरे धीरे बढ़ता चला गया। एक समय ऐसा भी था जब नपा इस बात से परेशान थी कि शहर के 430 नलकूप पर बिजली कंपनी ने मीटर ही नहीं लगाए थे और लम्बसम्ब भुगतान लेती थी। इसके बाद पूर्व सीएमओ रणवीर कुमार ने मीटर लगवाए जिससे कुछ हद तक स्थिति सभली थी और करोड़ों में जाने वाली राशि लाखों में सिमट कर रह गई थी। अब नया विवाद खड़ा हुआ है इस बार बीच में प्रशासक कलेक्टर है। इसलिए उन्होंने पूरे मामले में हो रही किरकिरी को देखते हुए आज मेज कांफ्रेंस आयोजित की है। जिसमें बिजली कंपनी और नगर पालिका के अधिकारी दोनों बैठेंगे और निष्कर्ष निकालने के बाद कलेक्टर सिंह को जानकारी देंगे। उम्मीद इस बात की है कि आज शाम तक पूरे घटना का पटाक्षेप कर दिया जाएगा। कुल मिलाकर नगर में यह मामला चटकारे लेकर कहा सुना जा रहा है।

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