शिवपुरी। भारत ज्ञान विज्ञान समिति ने वैज्ञानिक समझ विकसित करने के लिए की परिचर्चा
भारत ज्ञान विज्ञान समिति शिवपुरी के सेमीनार में वैज्ञानिक समझ विकसित कर प्रचलित अंधविष्वास और कुरीतियो से बचने लिये जरुरी बताया गया। अभय प्रताप सिंह चौहान की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में अखलाक खान ने कहा आज हम कदम-कदम पर अंधविश्वासों का सामना करते हैं कुछ अंधविश्वास तो हमारी दिनचर्या का िहस्सा बन चुके हैं। तर्कसंगत व तथ्यगत विचारों एवं व्यवहार से तरक्की की ठोस राह तैयार हो सकती है।
अभय प्रताप सिंह चौहान ने डार्विन के विकासवाद के सिंद्धांत पर चर्चा करते हुए कहा जीव जंतु व वनस्पति अपने आप में परिस्थति के अनुकूल परिवर्तन करते रहते हैं कुछ प्रजातियॉ नष्ट हो जाती हैं आज हम कोरोना बायरस के म्यूटेशन की बात करते हैं ये इसी का एक उदाहरण है। इसलिए आज भी ये सिद्धांत सत्य के काफी करीब लगता है। विज्ञान का उपयोग विकास के लिए हो विनाष के लिए कतई नहीं।
वेदप्रकाष यादव ने कहा हम रोज ही विज्ञान द्वारा विकसित उपकरणों का उपयोग करते हैं हमें कुछ उपकरण जो प्रदूशण फैलाते हैं उनका प्रयोग कम करना चाहिए। के.एम षर्मा ने कहा प्रकृति के साथ ताल-मेल विठाकर चलना होगा बरना ग्लोवल वार्मिग जैंसी समस्या भविश्य में विकराल हो सकती है।

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