दिल्ली। किटकैट और नेस्कैफे बनाने वाली कंपनी नेस्ले (Nestle) ने अपने प्रोडक्ट्स के दाम बढ़ाने के संकेत दिए हैं। वहीं, दूसरी तरफ ड्यूरेक्स (Durex) कंडोम बनाने वाली ब्रिटेन की कंपनी रेकिट बेंकिजर (Reckitt Benckiser) ने भी कहा है कि जल्द ही कंपनी अपने उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी करेगी। साफ है कि जल्द ही चाॅकलेट से लेकर मैगी तक और काॅफी से लेकर कंडोम तक महंगे होंगे।
BBC की एक खबर के मुताबिक, नेस्ले ने चेतावनी दी है कि वह अपने उत्पादों की कीमतों में वृद्धि करेगी। फूड ग्रुप के बॉस मार्क श्नाइडर (Mark Schneider) ने कहा कि इस साल कीमतें बढ़ेंगी। ड्यूरेक्स और डेटॉल बनाने वाली कंज्यूमर गुड्स कंपनी रेकिट बेंकिजर ने भी कहा कि जल्द कीमतों में बढ़ोतरी होगी।
बीबीसी के मुताबिक, मैन्युफैक्चरिंग कोस्ट की लागत बढ़ने के चलते कंपनी अपने प्रोडक्सट्स के दाम बढ़ाने पर मजबूर है। साल 2021 में रेकिट की लागत 11% बढ़ी है। Reckitt Benckiser के मुख्य वित्तीय अधिकारी जेफ कैर (Jeff Carr) ने कहा कि कच्चे तेल और प्लास्टिक से लेकर शिपिंग और मजदूरी तक की लागत बढ़ गई है। इसके चलते ग्राहकों को आने वाले समय में कंपनी के उत्पादों पर अधिक पैसे चुकाने पड़ सकते हैं। हालांकि, कंपनी यह भी देख रही है कि ग्राहकों की जेब पर अधिक बोझ न पड़े।
वहीं, नेस्ले ने कहा कि उसने बढ़ती परिचालन लागत की भरपाई के लिए कंपनी अपनी वित्तीय परिणाम से पहले ही कीमतों में 3.1% की बढ़ोतरी कर सकती है। कंपनी के मुताबकि, 2021 के मुकाबले साल 2022 में इनपुट लागत और बढ़ेगी ऐसे में उनके पास दाम बढ़ाने के अलावा कोई और रास्ता नहीं है।
बता दें कि कंज्यूमर गुड्स कंपनियां पहले भी कच्चे माल, ऊर्जा और श्रम की बढ़ती लागत के कारण उत्पादों के लिए कीमतों में वृद्धि की चेतावनी दे चुकी हैं।
विक्री में बढ़ोतरी
नेस्ले के मुताबिक, पिछले साल कुल बिक्री में 3.3% की बढ़ोतरी हुई है। फर्म का शुद्ध लाभ 38.2% बढ़ा है। कंपनी ने कहा कि महामारी के दौरान कॉफी, घरेलू प्रोडक्ट्स और हेल्दी फूड प्रोडक्ट्स की बिक्री बढ़ी है।
इस बीच, रेकिट ने कहा कि हाईजीन और स्वास्थ्य उत्पादों की मांग बढ़ने के चलते उनके उत्पादों की उम्मीद से बेहतर बिक्री हुई है। कंपनी के मुताबिक, पूरे साल की बिक्री में 3.5% की वृद्धि हुई है। ड्यूरेक्स कंडोम, केवाई लुब्रिकेंट्स और वीट हेयर रिमूवल उत्पादों की बिक्री सबसे अधिक हुई है।
महंगाई 30 साल के रिकाॅर्ड स्तर पर
हाल के आंकड़ों से पता चला है कि जनवरी में मुद्रास्फीति 30 साल के उच्च स्तर 5.5% पर पहुंच गई। बैंक ऑफ इंग्लैंड (Bank of England) का अनुमान है कि आने वाले समय में मुद्रास्फीति में 2 फीसदी की उछाल देखी जा सकती है और यह 7% से अधिक तक पहुंच सकती है।

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