शिवपुरी। जिले में इतिहास, पुरातत्व की अनगिनत इमारत, तस्वीर, कहानी, किस्से मौजूद हैं जो पर्यटक नगरी शिवपुरी को अलग स्थान पर रखते हैं। यहां पर्यटक आएं तो कुछ दिन रुकने के बाद ही उन्हें शिवपुरी पूरी तरह नजर आ सकेगी। लेकिन इतिहास पुरातत्व महत्व की कुछ धरोहर देख रेख के अभाव में बर्बाद हो रही हैं। उन्हीं में से एक है सेसई स्थित सूर्य मंदिर। 9, 10 वी सदी में बना था। जो आज भी अपनी अतीत की कहानी कह रहा है लेकिन देखरेख न होने से यह बेकार पड़ा हुआ है। तो यह भी संवर जाएगा
इन दिनो जिले को पर्यटन के मानचित्र पर तेजी से उभारने की कवायद जारी है। टाइगर प्रोजेक्ट के कदम तेजी से बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, कलेक्टर निमामा, डिप्टी डायरेक्टर अनिल सोनी, अक्षय सिंह, सीसीएफ पर्यटन संवर्धन समिति के अध्यक्ष अरविंद तोमर आदि इस कवायद में जुटे हैं। ऐसे में सूर्य मंदिर की सुध ली जाए तो एक पर्यटक स्थल और इस फेहरिस्त में जुड़ जाएगा।
सेसई का सूर्य मंदिर
पश्चिममुखी सूर्य मंदिर एक ऊंची जगह पर बनाया गया है। इसमें एक गर्भगृह, एक छोटा अंतराल और एक मुख-मंडप है।
यह दो सामने के खंभों और दो पीछे के खंभों पर बना है।
इस मंदिर को 10वीं शताब्दी की पहली तिमाही का बताया जाता है।
सेसई मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में एक छोटा सा गांव है।
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