शिवपुरी। माधवराव सिंधिया खेल परिसर यानि स्टेडियम को रात दिन एक कर सवारने में बीते कई सालों से जुटीं खेल मंत्री श्रीमंत यशोधराराजे सिंधिया की मंशा पर स्टेडियम के मातहत कर्मचारी अधिकारी भारी पड़ रहे हैं। श्रीमंत चाहती हैं कि जिले के गाँव गाँव से खिलाड़ी इस स्टेडियम में आने लगे लेकिन नगर के ही सीनियर खिलाड़ियों के साथ यहां अन्याय हो रहा है। जिला खेल अधिकारी DSO केके खरे पर नगर के खिलाड़ियों ने गम्भीर आरोप जड़े हैं। उन पर मनमर्जी और किसी की बात न सुनने के आरोप हैं। खिलाड़ियों का कहना है कि बैडमिंटन के करीब 25 से ज्यादा खिलाड़ी स्टेडियम में खेलने नियमित जाना चाहते हैं और जाते भी हैं लेकिन बैडमिंटन कोर्ट की पूरी लाइट नहीं नहीं जलाई जाती। आधी अधूरी लाइट जलाने से कोक नजर नहीं आती। नतीजे में खिलाड़ियों को परेशानी होती है। जब वे शिकायत मिस्टर खरे से करते हैं तो अलग अलग जवाब मिलता है।
यह कहते हैं खिलाड़ी पढिये उन्हीं की जुबानी
माधव राव सिंधिया स्टेडियम का वुडन कोट, को बैटमिंटन प्रतिभाएं निखारने के लिए श्रीमंत महाराज साहब ने बहुत मेहनत की है लेकिन लोकल कर्मचारी ओर अधिकारियों के कारण स्टेडियम का हाल बुरा है।
2.केके खरे (DSO) से कई बार बोला लेकिन कभी कहते हैं कि लाइट का बिल ज्यादा आता है इस कारण नही जला रहे हैं और कभी कहते हैं ठेकेदार काम नही कर रहे है, इस कारण लाइट नही लग पा रही है।
3. उक्त कारण से जो खिलाड़ी स्टेडियम आते भी थे उन्होंने आना बंद कर दिया है, ओर बुडन कोट बन्द ही रहता है और खिलाड़ी अन्य स्थान जैसे पुलिस ग्राउंड य शिवपुरी क्लब में जाने लगे हैं ।
4.संडे को स्टेडियम बन्द रखने के कारण भी अधिकतर खिलाड़ी स्टेडियम के स्थान पर अन्य स्थानों पर जाने लगे हैं।
खिलाड़ियों का अनुरोध है कि श्रीमंत स्टेडियम की बिगड़ी व्यवस्था को बेहतर बनाने के निर्देश देने की कृपा करें।
बड़े आदमी नहीं उठाते फोन!
जब उक्त खबर को लेकर खरे से बात करनी चाही। उनका पक्ष लेने की कोशिश की तो धमाका का फोन तक खरे ने रिसिब नहीं किया।

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें