शिवपुरी। आदिम जाति कल्याण विभाग के धाकड़ और अपने आपको हरिश्चंद्र बताने वाले, कथरी ओढ़कर घी पीते मिले जिला संयोजक आरएस परिहार सहित उनके मुंह लगे बाबू अवधेश शर्मा को लोकायुक्त पुलिस ने 80 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा है। जिला संयोजक ने एक छात्रावास अधीक्षक से छात्रवृत्ति के रूपयों में से 20% की रिश्वत मांगी थी। यह डील बाबू के हस्ते पूर्ण होनी थी। आज इसी राशि को लेते हुए परिहार और बाबू लपेटे में आ गए। अधीक्षक ने पहले ही रिश्वत मांगने की शिकायत लोकायुक्त पुलिस को कर दी थी जिसके बाद लोकायुक्त पुलिस ने कार्यवाही करते हुए आरएस परिहार व बाबू अवधेश शर्मा को पकड़ लिया है।
जानकारी के अनुसार पोहरी में छात्रावास अधीक्षक हेमराज सहरिया ने लोकायुक्त में शिकायत की थी कि छात्रावास में हर महीने छात्रों की छात्रवृत्ति आती है यह छात्रवृत्ति प्रत्येक विद्यार्थी के हिसाब से 1380 की आती है। इस बार जो बजट आया वह करीबन ₹400000 का था जिसमें संयोजक आरएस परिहार व बाबू अवधेश शर्मा द्वारा 20% कमीशन मांगा गया। लोकायुक्त ने बताया कि बाबू ने बताया कि पहले 10% कमीशन चलता था लेकिन जब पर 20% कमीशन की मांग की गई तो छात्रावास अधीक्षक ने मामले की शिकायत लोकायुक्त में की। लोकायुक्त पुलिस ने मामले में कार्यवाही करते हुए आरएस परिहार व बाबू अवधेश शर्मा को रिश्वत के रुपयों के साथ पकड़ा है। लोकायुक्त पुलिस ने बताया कि बाबू अवधेश शर्मा संयोजक आरएस परिहार दोनों ने रिश्वत की मांग की थी इसलिए मामले में दोनों ही आरोपी हैं।
धमाका से बोले कोरोना चल रहा है
बता दें कि परिहार शार्प शूटर हैं मसलन कथरी ओढ़कर घी पीने वाले हैं। जिनके पास मदद के लिये जाए तो बजट न होने के रोने सुनाने लगते थे। मीडिया को भी विज्ञापन के लिये फंड न होने की बात कहकर चलता कर देते थे। वर्तमान में तो वे बीते साल से कोरोना का रोना रो रहे थे जबकि अधीक्षक के अनुसार जब लोकायुक्त ने उनको पकड़ा तो समझ आ सकता है कि कोरोना कोंन सा वाला चल रहा है।

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