शिवपुरी। जिले में बजट का रोना रोने वाले मोटे आसामी यानि अधिकारी टेबिल के नीचे से किस कदर भ्रष्टाचार मचाये हुए हैं यह समय समय पर सामने आता रहा है। जितनी जबर तरीके से जो अधिकारी फकीरी के गाने बजाता मिले समझ लीजिये वही सबसे बड़ा वाला चोर है! जिले में तत्कालीन एडीएम जेडयू शेख क्लर्क रामगोपाल राठौर के साथ 15 हजार की रिस्वत लेते पकड़े जा चुके, 5 साल की सजा हुई। माइनिंग लीज के लिए रिश्वत ली थी। जबकि कई बड़ी मछलियां अब तक घुस लेते पकड़ी जा चुकी हैं। यही वजह है कि शादी के 7 फेरे वाले बंधन की तरह यहां अधिकारी लौट लौट कर तबादला लेकर आ जाते हैं। आज भी हद ही कहेंगे कि कलेक्ट्रेट परिसर यानी कलेक्टर का चेम्बर 50 कदम की दूरी पर ऊपर से जनसुनवाई का दौर और इसी बीच छात्रावास अधीक्षक से 80 हजार की रिस्वत के मामले में लोकायुक्त ने आदिम जाति विभाग के जिला संयोजक आरएस परिहार को बाबू बनाम भृत्य अवधेश के साथ राउंडअप कर डाला। परिहार पहले भी जिले में रह चुके हैं और दुसरी पारी तड़ातड़ खेल रहे हैं। मुँह में गरीबी और कोरोना का रोना ओर दुसरी तरफ लोकायुक्त के अनुसार मोटी रिस्वत परिहार के फकीरी दावे को झुठलाने के लिये काफी है।
कई ओर मोटे आसामी आ सकते हैं अंटी में!

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