शिवपुरी। गीता पब्लिक स्कूल में मेडिकल अवेयरनेस वीक प्रारंभ किया गया है जिसके तहत विद्यार्थियों को सीबीसी रिपोर्ट पढ़ना, ब्लड प्रेशर नापना , ब्लड शुगर की जानकारी और उसकी क्योर के बारे में जानकारी दी गई ताकि विद्यार्थी अपने घर के बड़ों के स्वास्थ्य की जानकारी और उनका ख्याल रख सके।
गीता पब्लिक स्कूल की जीव विज्ञान संकाय की विभाग प्रमुख डॉक्टर श्वेता श्रीवास्तव ने विद्यार्थियों को मेडिकल की जनरल अवेयरनेस के लिए बताया कि आज के समय में हर घर में पेशेंट हैं जिनका ख्याल रखने के लिए घर में एक व्यक्ति को इलाज के संबंध में प्राथमिक जानकारी होना अनिवार्य है। ताकि इमरजेंसी में और जरूरत पड़ने पर बिना किसी गलती के डॉक्टर के पर्चे के अनुसार पेशेंट को सही मेडिसिन सही समय पर दी जा सके तथा पेशेंट रिपोर्ट को ठीक से समझा जा सके, जिससे सही ट्रीटमेंट पेशेंट को मिल सके।
सीबीसी यानी कम्प्लीट ब्लड काउंट। यह जांच खून से जुड़ी कई बीमारियों की जानकारी देती है। इसमें ब्लड में मौजूद लाल रक्त कणिकाएं, सफेद रक्त कणिकाएं और प्लेटलेट्स की संख्या व उनका आकार देखा जाता है।।सीबीसी जांच के लिए ब्लड का सैंपल लेते हैं। ब्लड में सेल्स की संख्या व आकार के साथ हिमोग्लोबिन/हिमैटोक्रिट देखते हैं। इसके आधार पर रोग पकड़ में आता है।
डॉ श्वेता श्रीवास्तव ने बच्चों को ब्लड प्रेशर के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ब्लड प्रेशर चार्ट की मदद से हाई बीपी के मरीज अपने रक्तचाप के स्तर पर निगरानी रख सकते हैं। इसमें अलग-अलग आयुवर्ग के महिलाओं और पुरुषों का डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर (DBP) और सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर (SBP) बताया जाता है।सामान्य रक्तचाप 120/80 से नीचे कुछ भी माना जाता है. प्रीहाइपरटेंशन को 120 से 129 के बीच सिस्टोलिक रीडिंग और 80 से कम डायस्टोलिक रीडिंग माना गया है. हाइपरटेंशन को 130/80 या उससे अधिक को माना गया है.
ब्लड शुगर के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि शरीर में नॉर्मल ब्लड शुगर की मात्रा 90 से 100 mg/dL के बीच होती है लेकिन जब आप कुछ खा चुके होते हैं या चेक करने के दो घंटे पहले भोजन कर चुके होते हैं तो इसका स्तर बढ़कर 140 mg/dl हो सकता है। ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने पर शरीर में डायबिटीज की समस्या हो जाती है। मेडिकल अवेयरनेस आज अति आवश्यक है। कई बार लोग गलत दवाई लेकर व रिपोर्ट की सही जानकारी के अभाव में सही ट्रीटमेंट से वंचित रह जाते है। इसलिए मेडिकल अवेयरनेस आज के परिदृश्य में अति आवश्यक है।

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