शिवपुरी। श्रीमंत राजमाता विजयराजे सिंधिया चिकित्सा महाविद्यालय शिवपुरी में चाइल्ड लाइन 1098 की नोडल एजेंसी रचना संस्था शिवपुरी द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया उक्त जानकारी देते हुए कार्यक्रम संयोजक प्रो डॉ राजेश अहिरवार HOD कम्यूनिटी मेडिसीन ने बताया कि मेडिकल कॉलेज शिवपुरी में अधिष्ठाता श्री अक्षय कुमार निगम के मार्गदर्शन में बाल अधिकार, पोक्सो एक्ट 2012 , चाइल्ड लाइन 1098 की कार्यप्रणाली एवं आने वाले समय में एक चिकित्सक के रूप में अध्यनरत छात्र-छात्राओं को बाल अधिकार से आवेगत करवाने एवं मुसीबत में फंसे बच्चों के लिए जो इलाज के लिए उनके पास आए तो उनकी मदद कैसे कर सकते हैं इस पर विस्तृत जानकारी देने हेतु कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में सौरभ भार्गव सिटी समन्वयक चाइल्ड लाइन नोडल शिवपुरी एव चाइल्ड लाइन की टीम उपस्थित हुई।
मुख्य वक्ता सौरभ भार्गव ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में अध्ययनरत छात्र छात्रएं जो आने वाले समय मे एक चिकित्सक के रूप में कर्म भूमि पर कार्य करंगे तो ऐसे में जरूरी है कि जब भी बच्चे इलाज हेतु उनके पास आए तो बच्चों से एक भरोसा वाले माहौल में बात करने का प्रयास किया जाए ताकि कोई ऐसी बात जो बच्चा अपने माता पिता या किसी ओर से भी नही कह पा रहा तो ऐसे में चिकित्सक जांच के समय प्रयास करे पूछने का कि उसे चोट कियूं ओर कैसे आई ताकि एक सुरक्षित माहौल में बच्चा अपनी बात कह सके ओर बच्चो से सम्बंधित जोखिमों एव बाल अधिकार से अध्यनरत छात्र एव छात्राएं अवगत हो इसी उद्देश्य को लेकर आज ये आयोजन किया गया है।
कार्यक्रम संयोजक प्रो. डॉ राजेश अहिरवार ने कहा कि आज यंहा अध्यनरत छात्र एव छात्राएं कल के आने वाले एक जिम्मेदार डॉक्टर बनकर समाज सेवा के कार्य मे अग्रसर होंगे ऐसे में जरूरी है कि हम एक भरोसे पूर्ण माहौल में कार्य करे और जब भी किसी बच्चे का इलाज करें सम्भवत किसी चोटिल हुए बच्चे का तो शारीरिक इलाज के साथ-साथ प्रयास करें कि उसके मन को भी
टटोला जाए ताकि बच्चा अगर कोई बात ऐसी है जो अपने माता-पिता से नहीं कह पा रहा है तो वह आप पर भरोसा कर कर आपसे उस बात को साझा करें और आपको लगता है उक्त बच्चे द्वारा दी गई जानकारी में किसी घटना का अंदेशा है तो ऐसे में तुरंत राष्ट्रीय हेल्प लाइन नंबर चाइल्ड लाइन 1098 पर कॉल करें आपका एक छोटा सा प्रयास किसी मुसीबत में फंसे बच्चे को बचाने में महत्वपूर्ण योगदान होगा ओर ऐसा करने पर हम एक खुशहाल ओर सवर्ण भविष्य की ओर अग्रसर होंगे। कार्यक्रम में सौरभ भार्गव द्वारा बाल श्रम अधिनियम 1986, धूम्रपान नशा के दुष्परिणाम ,किशोर न्याय अधिनियम 2015 ,पोक्सो एक्ट 2012 की जानकारी से अवगत कराया साथ ही अपने अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों को भी जाने एवं किशोर न्याय से भी परिचित हो ओर इस ओर जागरूकता की आवयश्कता है
टटोला जाए ताकि बच्चा अगर कोई बात ऐसी है जो अपने माता-पिता से नहीं कह पा रहा है तो वह आप पर भरोसा कर कर आपसे उस बात को साझा करें और आपको लगता है उक्त बच्चे द्वारा दी गई जानकारी में किसी घटना का अंदेशा है तो ऐसे में तुरंत राष्ट्रीय हेल्प लाइन नंबर चाइल्ड लाइन 1098 पर कॉल करें आपका एक छोटा सा प्रयास किसी मुसीबत में फंसे बच्चे को बचाने में महत्वपूर्ण योगदान होगा ओर ऐसा करने पर हम एक खुशहाल ओर सवर्ण भविष्य की ओर अग्रसर होंगे। कार्यक्रम में सौरभ भार्गव द्वारा बाल श्रम अधिनियम 1986, धूम्रपान नशा के दुष्परिणाम ,किशोर न्याय अधिनियम 2015 ,पोक्सो एक्ट 2012 की जानकारी से अवगत कराया साथ ही अपने अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों को भी जाने एवं किशोर न्याय से भी परिचित हो ओर इस ओर जागरूकता की आवयश्कता है
सौरभ भार्गव ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा हर बच्चों के अपने चार अधिकार प्राप्त हैं उन्हें उनके बारे में जानकारी होना चाहिए उन्हें अपने अधिकारों के बारे में जानकारी होगी तभी वह अपने उन अधिकारों का प्रयोग भी कर सकेंगे और इन अधिकारों के बारे में अधिकारों को संरक्षित करने का कार्य करें , बाल श्रम, बाल विवाह नशे की लत जैसे कुरीतियों से कैसे हम आज की युवा
पीढ़ी को बचा सकते हैं और हमारे एक छोटे से फोन कॉल से कैसे इन बच्चों की जिंदगी बदल सकती है इस पर प्रकाश डाला।
पीढ़ी को बचा सकते हैं और हमारे एक छोटे से फोन कॉल से कैसे इन बच्चों की जिंदगी बदल सकती है इस पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में सेंटर समन्वयक कोलैब चाइल्ड लाइन श्री अरुण कुमार सेन ने स्वयंसेवकों को चाइल्ड लाइन की कार्यप्रणाली से अवगत कराया और बताया कि चाइल्ड लाइन पर किए गए कॉल मैं कॉलर की जानकारी पूर्णता गुप्त रखी जाती है
उक्त कार्यक्रम में डॉ आनंद राजपूत, डॉ मानबहादुर राजपूत ,डॉ पवन कोरकू, श्री सौरभ पांडे, चाइल्ड लाइन वोलेंटिर पीयूष जैन आदर्श जैन चाइल्ड लाइन टीम मेंबर हिम्मत सिंह, संगीता चह्वाण, समीर खान ,विनोद परिहार सुल्तान सिंह सहित महाविद्यालय स्टाफ उपस्थित थे

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