यह बात जनवरी की है लेकिन गुरमेज इस घटना के बाद आज भी जिंदा है। अजीब घटना से राज दो दिन पहले खुला जब नगर के डॉक्टर रितेश जैन को दिखाने गए गुरमेज ओर बॉबी एक जगह मिल गए। बॉबी को देखकर गुरमेज रोने लगीं। कांपते हाथ पैरों से उन्होंने पूरी दास्तान बॉबी को सुनाई तो वे आश्चर्य में पड़ गए लेकिन बीते अनेक साल से गुरुद्वारा में सेवा करते आये बॉबी को इस बात पर यकीन है कि वाहे गुरु जी कुछ भी चमत्कार कर सकते हैं। इसी के चलते उन्होंने अमृतसर में इस बात की जानकारी दी तो 27 अप्रैल 2022 को वहां से संगत शिवपुरी आई और गुरमेज से मिली। उनकी दास्तान सुनी फिर अमृत चखाया। जिसके बाद गुरमेज ओर बेहतर
अनुभव कर रही हैं। दोस्तों सहज यकीन न होने वाली इस बात में कुछ दम तो है। जो ईश्वर के प्रति हमारे विश्वास को बढ़ाता है। आप भी सुनिये गुरमेज कोर की ये कहानी।

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