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'धमाका अजब गजब: पार्षद निर्भय हीरा की पत्नी गुरमेज कोर को मिला वाहे गुरु का आशीर्वाद'

बुधवार, 27 अप्रैल 2022

/ by Vipin Shukla Mama
शिवपुरी। कभी कभी किसी व्यक्ति के जीवन में ऐसा कुछ घटित हो जाता है कि हमको यकीन करना मुश्किल हो जाता है। लेकिन बात अगर भगवान से जुड़ी हो तो विश्वास होना लाजिमी है क्योंकि भगवान कुछ भी कर सकते हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही कहानी बताने जा रहे हैं जो समझो तो कुछ भी नहीं और मानो तो भगवान के प्रति हमारी आस्था और विश्वास को और अधिक मजबूत करती है। जी हाँ, शिवपुरी नगर के जुझारू पार्षद निर्भय हीरा को कौन नहीं जानता, अपनी जनसेवा से उन्होंने लोगों के बीच खास पहचान बनाई थी। आज भले ही वे हमारे बीच नहीं लेकिन यादों में मौजूद हैं। उन्हीं की पत्नी गुरमेज कौर की यह अजब गजब दास्तान नगर भर में चर्चा की वायस बन गई है। दरअसल उनकी जनवरी में तबियत खराब हुई। परिवार के लोग उन्हें निजी अस्पताल लेकर गये, यहां डॉक्टरों ने सेवा करो कहकर घर भेज दिया। हालत वास्तव में खराब थी लेकिन बकौल गुरमेज उसी रात वे मरकर ऊपर पहुंची तो उन्हें गुरुद्वारे ले जाया गया यहां सिमरन हो रहा था। यहां उन्हें शिवपुरी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के जॉइंट सेकेट्री सुरेंद्र बॉबी मिले। भूख लगी तो गुरमेज ने लंगर चखना चाहा लेकिन उन्हें नहीं मिला और आकाशवाणी हुई कि ऊपर जाकर सिमरन करो और बॉबी जी से अमृत चखो। 
यह बात जनवरी की है लेकिन गुरमेज इस घटना के बाद आज भी जिंदा है। अजीब घटना से राज दो दिन पहले खुला जब नगर के डॉक्टर रितेश जैन को दिखाने गए गुरमेज ओर बॉबी एक जगह मिल गए। बॉबी को देखकर गुरमेज रोने लगीं। कांपते हाथ पैरों से उन्होंने पूरी दास्तान बॉबी को सुनाई तो वे आश्चर्य में पड़ गए लेकिन बीते अनेक साल से गुरुद्वारा में सेवा करते आये बॉबी को इस बात पर यकीन है कि वाहे गुरु जी कुछ भी चमत्कार कर सकते हैं। इसी के चलते उन्होंने अमृतसर में इस बात की जानकारी दी तो 27 अप्रैल 2022 को वहां से संगत शिवपुरी आई और गुरमेज से मिली। उनकी दास्तान सुनी फिर अमृत चखाया। जिसके बाद गुरमेज ओर बेहतर
 अनुभव कर रही हैं। दोस्तों सहज यकीन न होने वाली इस बात में कुछ दम तो है। जो ईश्वर के प्रति हमारे विश्वास को बढ़ाता है। आप भी सुनिये गुरमेज कोर की ये कहानी।

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