विश्व स्वास्थ्य दिवस पर शक्तिशाली महिला संगठन ने किशोरी बालिकाओं में अनीमिया को दूर करने सहजन की पत्तियों के पैकेट वितरित किए
*हमारे ग्रह पर रहने वाले हर मनुष्य के स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करना है, विश्व स्वास्थ्य दिवस का यही लक्ष्य है: श्रीमती नीलम पटेरिया परियोजना अधिकारी
शिवपुरी। हर साल 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। पिछले सालों में कोरोना महामारी ने विश्व स्तर पर अपना प्रकोप दिखाया। दुनिया के लगभग हर देश में संक्रमण का प्रसार हुआ। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हर स्तर पर प्रयास किया कि दुनिया को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकें। सभी जगह बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं रहें और संक्रमण से बचाव हो सके। इसी तरह लगभग सभी देश बीमारी से मुक्त हों और उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में किसी प्रकार की कोई कमी न हो यह सब विश्व स्वास्थ्य दिवस को मनाने का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य है। यह कहना था विश्व स्वास्थ्य दिवस पर अनीमिया एंव कुपोषण जागरुकता कार्यक्रम में संयोजक रवि गोयल का जो कि किशोरी बालिकाओ में अनिमिया से बचाव कैसे करें सहजन के फल, पत्ती एवं पाउडर सभी उपयोगी है एवं सहजन आयरन एवं कैल्शियम की प्रचुरता से भरपूर है अगर हम इसका उपयोग करें तो कुपोषण एवं अनिमिया से बच सकते है। कार्यक्रम का आयोजन महिला बाल विकास विभाग एवं शक्तिशाली महिला संगठन से संयुक्त रुप से किया जिसमें परियोजना अधिकारी श्रीमती नीलम पटेरिया ने किशोरी बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि कुपोषण का सीधा संबध सही पोषण एवं सूक्ष्म पोषक तत्वों का पर्याप्त मात्रा में लेने से है हमारे यहा कुपोषण एवं अनिमिया की समस्या आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों मे ज्यादा है इससे बचने के लिए सहजन की पत्तियों का उपयोग अवश्य करे आज सुपोषण सखियों के माध्यम से मदकपुरा केन्द्र पर किशेारी बालिकाओ को यह उपलब्ध करायी गयी एवं विश्व स्वास्थ्य दिवस पर एक अनोखी पहल सहजन को बढ़ावा देने के लिए महिला बाल विकास विभाग एवं शक्तिशाली महिला संगठन ने किया है हम आशा करते है कि इससे किशोरी बालिकाओ के हीमोग्लोबीन का स्तर में सुधार होगा एव अनिमिया मे कमी आऐगी। इसके साथ आंगनवाड़ी से मिलने वाली सभी सेवाओं का लाभ आवश्यक रुप से किशोरी एवं बच्चें लें और अपने पोषण स्तर पर विशेष निगरानी रखने में कार्यकर्ता की मदद करें। उन्होने बालिकाओ से पूछा क्या आपको पता है कि स्वास्थ्य दिवस 7 अप्रैल को ही क्यों मनाया जाता है तो एक भी किशोरी इसका जबाब नही दे पायी फिर उन्होने बताया कि दरअसल विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना 7 अप्रैल को हुई थी। ऐसे में डब्ल्यूएचओ के स्थापना दिवस के मौके पर विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाने की शुरुआत हुई। 1950 को पहली बार डब्ल्यूएचओ से जुड़े सभी देशों ने विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया था। दुनिया भर के सभी देशों में समान स्वास्थ्य सुविधाओं को फैलाने के लिए लोगों को जागरूक करनाए स्वास्थ्य संबंधी मामलों से जुड़े मिथकों को दूर करना और वैश्विक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं पर विचार करना और उन विचारों पर काम करना स्वास्थ्य दिवस का उद्देश्य है। इस दिन स्वास्थ्य सेवाओं सुविधाओं और देखभाल संबंधी विषयों पर जागरूकता अभियान चलाया जाता है। जैसे कि आज हमने आपके केन्द्र पर जागरुकता कार्यक्रम रखा है। आंनवाड़ी कार्यकर्ता रजनी वर्मा ने कहा कि इस साल विश्व स्वास्थ्य दिवस 2022 की थीम हमारा ग्रह हमारा स्वास्थ्य है। थीम का उद्देश्य हमारे ग्रह पर रहने वाले हर मनुष्य के स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करना है। कार्यक्रम में सुपोषण सखी नर्मदा शाक्य एवं उनकी टीम के द्वारा सहजन की पत्तियो को 50 ग्राम के पैकेट में पैक करने की अनोखी मुहीम यहा शुरु की है जिसको कि परियोजना अधिकारी ने किशोरी बालिकाओं को वितरित करके इसका शुभांरभ किया। कार्यक्रम में शक्तिशाली महिला संगठन की पूरी टीम, रवि गोयल, परियोजना अधिकारी नीलम पटेरिया, महिला बाल विकास की आंनगवाडी कार्यकर्ता श्रीमती रजनी वर्मा, सहायिका राधा यादव, आशा कार्यकर्ता, समुदाय की महिलाए एवं किशोरी बालिकाओं ने भाग लिया।

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