(यदुनाथ सिंह तोमर की रिपोर्ट)
मुरैना। पुलिस परेड ग्राउंड पर रविवार को अचानक पुलिस बड़ी संख्या में एकत्र होने लगी। देखते देखते थोड़ी देर में पुलिसकर्मी आपस में भिड़ गए। एक दूसरे पर पथराव और लाठी से हमला कर दिया। कुछ ही देर में पुलिस की ड्रेस में दूसरा दल आया और बलवा कर रहे पुलिसकर्मियों को रोकने लगा। जब वह नहीं माने तो उन पर लाठीचार्ज और टियर गैस के गोले भी दागने पड़े। लाठीचार्ज में कुछ आंदोलनकारी घायल भी हुए। जिनकों स्ट्रेजर पर डालकर अस्पताल भी पहुचाना पड़ा। यह सब देख रहे लोग कुछ देर के लिए डर गए कि यह सब क्या हो रहा है। यहां कोई घटना तो नहीं घट गई, बाद में समझ आया कि यह तो बलवा से निपटने के लिये मॉक ड्रिल थी।
एसपी आशुतोष बागरी ने ड्रिल के दौरान व्यवस्था परखने के बाद पुलिसकर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए
रविवार को पुलिस परेड ग्राउंड पर आयोजित बलवा परेड के अवसर पर पुलिस अधीक्षक मुरैना आशुतोष बागरी ने पुलिस विभाग के अधिकारी एवं जवानों की दक्षता परखने के लिए सुबह आठ बजे बलवा ड्रिल कराई। सबसे पहले पुलिस अधिक्षक ने बलवा, दंगा व अन्य विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए पुलिसकर्मियों कै टिप्स दिए।
इसके बाद पुलिसकर्मियों को दो दल में बांटा गया। कुछ पुलिसकर्मी आंदोलनकारी बने और पुलिस की टीम पर पत्थरबाजी करने लगे।
इसके बाद पुलिस बल पहुंचा। लाठी, टियर गैस और सुरक्षा उपकरणों के साथ पहुंची टीम ने भीड़ को रोकने का प्रयास भी किया। लेकिन भीड़ ने पुलिस पर भी हमला कर दिया। उसके बाद पुलिस ने भीड़ पर नियंत्रण करने के लिए लाठीचार्ज किया, टियर गैस के गोले भी दगें। जब भीड़ नहीं रुकी तो पुलिस ने आंदोलकारियों पर पांच राउंड फायर भी किया।
जिसमें पांच लोग घायल हो गए जिनको अस्पताल पहुंचाने का अभ्यास भी किया गया। इस तरह एसपी की मौजूदगी में मॉक ड्रिल की रिहर्सल की गई।
एसपी ने दिए निर्देश
बलवा ड्रिल देखने के बाद पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी ने पुलिसकर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। उन्हे बताया गया कि उग्र भीड़ को किस तरह विभाजित किया जाए। आप कैसे छोड़ी छोड़ी पार्टियों में बट कर
ड्रिल के दौरान ये रहे मौजूद
पुलिस अधीक्षक मुरैना आशुतोष बागरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रायसिंह नरवरिया, सिटी कोतवाली टीआई योगेंद्र सिंह जादौन, स्टेशन रोड थाना प्रभारी जितेंद्र नगाइच, टीआई शैलेन्द्र गोविल, साइबर सेल प्रभारी सचिन पटेल एवं मध्यप्रदेश सशस्त्र बल पुलिस बल 5वी वाहिनी से अधिकारी एवं जवान मौजूद रहे।
ये कमियां आई सामने
टियर गैस के हैंड ग्रेनेड एक्सपायरी डेट के होने के कारण नहीं चले । वहीं आंदोलन के समय ऐसा होता तो बलवाई पुलिस पर हावी हो सकते थे।
पुलिस अधीक्षक मुरैना द्वारा हिदायत दी गई कि भविष्य में इस तहर की गलती नहीं होनी चाहिए। एसपी ने कहा कि आंदोलनकारियों पर बल प्रयोग करते समय पुलिसकर्मी अधिक उत्साह में ना होकर टुकड़ी के साथ सामना करना चाहिए नहीं तो परेशानी में जाओगे ।

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें