श्रीमंत ने लिया था संज्ञान, 25 अप्रैल की बैठक में दिये थे 1 महीने में नामांतरण तैयार करने के निर्देश
* एडीएम उमेश शुक्ला ने नपा के अधिकारियों की ली बैठक
* 5 को नोटिस जारी कर कमियों को कराएंगे आवेदकों से पूरा
* 8, 9 को शिविर लगाकर जमा होगा टेक्स
* फिर 1 सप्ताह में जारी होंगे नामान्तरण
शिवपुरी। नगर के 1058 नामांतरण नगर पालिका शिवपुरी में अटके हुए हैं। बीते 1 साल से यह नामांतरण की अनजानी प्रक्रिया में फंसे हुए हैं और लोगों के काम नहीं हो पा रहे हैं। इस बात को लेकर सबसे पहले धमाका ने खबर का प्रकाशन किया था। जिसकी गंभीरता को मंत्री श्रीमंत यशोधरा राजे सिंधिया ने समझते हुए बीते रोज 25 अप्रैल को कलेक्ट्रेट में अधिकारियों की बैठक ली तब उन्होंने 30 दिन के भीतर सभी नामान्तरण तैयार करने के निर्देश जारी किए थे। इसी क्रम में बीते रविवार को एडीएम उमेश शुक्ला ने नगरपालिका के सीएमओ शैलेश अवस्थी सहित अन्य अधिकारियों की बैठक आहूत की और नामान्तरण जल्द से जल्द करने के निर्देश दिए। इस मामले में आर आई की रिपोर्ट से लेकर विभिन्न स्तर पर काम को अटकाने के फेर में नामान्तरण नहीं बन पाते थे। जबकि लेनदेन करके नामान्तरण लगातार बनाए जा रहे थे। जो लोग नियम से नामान्तरण बनवाना चाहते थे उनके नामान्तरण नहीं हुए थे जिसके नतीजे में अंबार लग गया था। इसी बात को लेकर संवेदनशील विषयों पर सजग रहने वाली विकास की मसीहा मंत्री श्रीमंत यशोधरा राजे सिंधिया ने कलेक्ट्रेट में 25 अप्रैल को अधिकारियों की जमकर क्लास ले डाली थी। उन्होंने साफ कहा था कि 1 माह के अंदर किसी भी हाल में नामान्तरण तैयार होने चाहिए।
5 से प्रक्रिया होगी शुरू
इसके लिए बकायदा रूट चार्ट भी तैयार कर दिया गया है। नगर पालिका सीएमओ आवेदनों की स्कूटनी करने के बाद 5 व 6 मई को उन सभी आवेदकों को नोटिस जारी करेंगे जिन्होंने नामान्तरण के लिए नगर पालिका में आवेदन किया हुआ है। यह नोटिस इसलिए जारी किया जाएगा कि आवेदक के संज्ञान में आ जाए की प्रक्रिया शुरू हो गई है और उसी नोटिस में यह भी उल्लेख होगा कि उनके द्वारा किए गए आवेदन में क्या-क्या कमियां हैं और यह कमी अगले ही दिन पूरी कर दी जाएं। जिसके बाद 7 मई को आवेदक अपनी आवेदन की कमियां पूरी कर दस्तावेज देंगे और फिर नगर पालिका उसकी जांच करेगी। फिर वरिष्ठ अधिकारियों को सूची सौंपेगी। 8 व 9 मई को नगर पालिका प्रांगण में एक शिविर का आयोजन किया जाएगा। जिसमें जलकर संपत्ति कर और अन्य टैक्स की बकाया राशि आवेदकों से जमा कराने के बाद उन्हें नामान्तरण तैयार कर 1 सप्ताह के अंदर दिए जाएंगे।
बता दें कि नगर के लोगों के नामान्तरण ना होने से कई काम अटके हुए थे। जिन लोगों के घर में कोई गमी हुई थी और नामांतरण की आवश्यकता थी वह लोग परेशान थे। उन्हें बैंक से लेकर टैक्स आदि स्लैब क समायोजन कराने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था जबकि लोन लेने वाले भी नामान्तरण ना होने से अपनी प्रक्रिया को आगे नहीं बढ़ा पा रहे थे। यह सारी परेशानी तब थी जब सरकार में ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया जारी कर रखी है। शिवपुरी की नगर पालिका में सरकार की मंशा के विपरीत जाते हुए नामान्तरण जैसी प्रक्रिया को अटक रखा था। यही वजह रही कि मंत्री श्रीमंत यशोधरा राजे सिंधिया ने इसे गंभीरता से लिया और नामांतरण प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश जारी कर दिए थे। जैसे ही यह जानकारी नगर के लोगों को मिली उन्होंने मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया का धन्यवाद ज्ञापित किया है और कहा है कि आपकी कृपा से अब नामान्तरण बनकर मिल सकेंगे।
जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र अटके
बता दे कि हाई कोर्ट के निर्देश पर सरकार ने 1 साल से ज्यादा वाले जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने पर निर्देश जारी किए हुए हैं। उसके मुताबिक मजिस्ट्रेट यह जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर सकते हैं। पहले यह प्रक्रिया तहसीलदार के अधिकार में थी लेकिन अब मजिस्ट्रेट जारी करेंगे। ऐसे में शिवपुरी का योजना विभाग कहता है कि जिला मजिस्ट्रेट कलेक्टर होने के चलते उनके द्वारा यह जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे या फिर कलेक्टर जिसे अधिकृत कर देंगे वह प्रमाण पत्र बना कर दे सकता है। इधर शासन की तरफ से जो पत्र आया है उसमें कलेक्टर के नाम का कोई उल्लेख नहीं है। केवल मजिस्ट्रेट द्वारा जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने का उल्लेख है जिसके नतीजे में जिले में प्रक्रिया अटकी हुई है और सैकड़ों आवेदक परेशान घूम रहे हैं। लोगों ने मंत्री श्रीमंत यशोधरा राजे सिंधिया से इस मामले में भी दखल देने की मांग की है जिसके नतीजे में अटकी प्रक्रिया जल्दी शुरू हो सके।

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