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धमाका बड़ी खबर: आदिवासी बाहुल्य ग्राम मझेरा के 40 में से 38 बालक बालिका एनीमिया से ग्रसित

गुरुवार, 26 मई 2022

/ by Vipin Shukla Mama
बालक भी अब एनीमिया से जूझ रहे है
* ग्राम मझेरा में कार्यशाला में दी गई एनीमिया से बचाव की जानकारी
शिवपुरी। ग्राम मझेरा आगनवाड़ी केंद्र पर कार्यशाला में एनीमिया से बचाव की जानकारी दी गईं। आयोजन के तहत उन्मुखीकरण एवम हीमोग्लोविन जांच प्रोग्राम बालक एवम बालिकाओं का रखा गया। जिसमें किशोर, किशोरी एवं बालक-बालिकाओं में खून की कमी या एनीमिया की परख की। साथ ही कार्यशाला में शक्ति शाली महिला संगठन द्वारा ब्रिटानिया न्यूट्रीशन फाउंडेशन , महिला बाल विकास के साथ मिलकर एनीमिया से बचाव की जानकारी रवि गोयल द्वारा प्रदान की एवम साहब सिंह धाकड़ ने एचबी यानी की हीमोग्लोबिन 20 बालक।एवम 20 बालिकाओं की जांच करने पर केवल एक बालिका नैंसी आदिवादी एवम एक बालक राजू आदिवासी का एचबी 11.5 से उपर निकला बाकी सब बच्चे एनीमिया से ग्रसित पाए गए। जिसमें महिला, किशोरी एवं बालक-बालिकाओं में होने वाली एनीमिया बीमारी के बारे में बताया गया। शक्ति शाली महिला संगठन के रवि गोयल ने कहा कि एनीमिया का सबसे बड़ा कारण शरीर में आयरन की कमी होना है। जब शरीर में रेड ब्लड सेल्स धीरे धीरे खत्म होने लगते हैं और बॉडी को जरूरत के अनुसार डाइट नहीं मिलती तो इससे खून की कमी होने लगती है। इसके साथ ज्यादातर ये दिक्क्त किशोरावस्था और महिलाओं में पीरियड्स के दौरान खून की कमी से भी हो जाती है। लेकिन आज जांच करने पर बालक भी एनीमिया से ग्रसित निकले ।इस कमी को दूर करने के लिए हरी साग-सब्जी और अंडा, दूध, एवम लोहे की कड़ाही में खाना बनाना चाहिए। इससे एनीमिया दूर हो जाती है एवम स्वास्थ विभाग से मिलने वाली आयरन फोलिक एसिड की पिंक एवम नीली गोली का हर सप्ताह उपयोग करना चाहिए। मौके पर आगनवाड़ी कार्यकर्ता रशीदा बानो, समन्वय साहब सिंह धाकड़, समन्वयक विकास अग्रवाल , किशोरी बालक एवम बालिकाओं ने सक्रीय भागीदारी की।

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