बदरवास। भगवान विष्णु के छठवे अवतार शस्त्र-शास्त्र के ज्ञाता भगवान परशुराम का प्रकटोत्सव बदरवास में हर्षोल्लास और धूमधाम से ब्राह्मण समाज द्वारा मनाया गया। श्रीराधारानी मंदिर पर आयोजित भगवान परशुराम जी के प्रकटोत्सव कार्यक्रम में ढोल ढमाकों,और आतिशबाजी चलाकर उत्साहपूर्वक बड़ी संख्या में उपस्थित विप्र बंधुओं ने अपने आराध्य देव के जन्मोत्सव में अपनी सहभागिता की ।कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान परशुराम की विधिविधान और हवन, वैदिक मंत्रोच्चार से पूजा अर्चना कर महाआरती का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपस्थित समाज के कई वक्ताओं ने भगवान परशुराम के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भगवान परशुराम सनातन धर्म के रक्षक, धीर-वीर,परमविद्वान और जनकल्याण चाहने बाले महाबली थे।उन्होंने सदैव अन्याय और अत्याचार का विरोध किया। हमें भगवान परशुराम के बताए गए मार्ग पर चलना चाहिए तथा समाज और राष्ट्रहित में सदैव तत्पर रहना चाहिए। समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर कर आदर्श स्थापित करने का प्रयास करना चाहिए। आज हम सबको जरूरत है कि हम सभी संगठित होकर समाज एवं जनहित में कार्य करें तभी हम एक मजबूत समाज एवं राष्ट्र की स्थापना कर सकते हैं।किसी भी समाज के उत्थान के लिए धनबल से ज्यादा जनबल की आवश्यकता होती है। अतःसमाज के विकास और उत्थान में सभी को एक होकर कार्य करना चाहिए।इस अवसर पर समाज के मेधावी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने हेतु सम्मानित करने पर विचार विमर्श किया गया।कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी विप्र बंधुओं को प्रसाद वितरण कर उत्सव कार्यक्रम का समापन किया गया।

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