शिवपुरी। मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड की महिलाओं के लिए जिले में सुरक्षित पर्यटन परियोजना की उन्मुखीकरण जानकारी कार्यशाला के मध्यम से टूरिस्ट विलेज होटल में दी गई। कार्यशाला में जिला पुलिस अधीक्षक श्री राजेश चंदेल, संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास भोपाल श्री सुरेश तोमर, एसडीएम गणेश जयसवाल, डिप्टी कलेक्टर शिवांगी अग्रवाल मुख्य रूप से उपस्थित रहे। कार्यशाला में सभी विभागीय अधिकारी मौजूद थे। मध्यप्रदेश टुरिजम बोर्ड से डाॅक्टर आलोक चौबे एवं संस्था रागिनी फाउंडेशन कि निदेशक दीपा दीक्षित तथा रागिनी फाउंडेशन के सहयोगी मध्य प्रदेश राज्य सहकारी पर्यटन संघ भोपाल के अध्यक्ष एवं जिला पुरातत्व एवं पर्यटन के सदस्य श्री अरविंद सिंह तोमर, महिला बाल विकास विभाग के जिला संयोजक श्री देवेंद्र सुंदरियाल, महेंद्र सिंह राजावत, विशाल चौरसिया, वरिष्ठ पत्रकार विपिन शुक्ला मामा, जिला पर्यटन सोसायटी की सदस्य श्रीमती निशा शर्मा, जेसीआई डायनामिक की अध्यक्ष श्रीमती किरण उप्पल, नरवर नगर परिषद की ओर से श्री संदीप माहेश्वरी, मत्स्य अधिकारी शिवपुरी श्री एलपी रजक, साहित्यकार दिनेश वशिष्ठ, गिरीश मिश्रा उपस्थित रहे। कार्यशाला के आंरभ में आलोक चौबे द्वारा परियोजना के बारे में सभी को विस्तार से बताया गया। उन्होने बताया कि भारत में इस परियोजना का शुभांरभ मध्यप्रदेश से किया गया है। प्रदेश के 20 संकलों के अंतर्गत 50 पर्यटन स्थलों में परियोजना का संचालन किया जा रहा है। इस परियोजना में मध्यप्रदेश टुरिज्म बोर्ड, महिला एवं बाल विकास, भारत सरकार तथा यू एन वूमेन के सयुक्त प्रयासों से परियोजना का संचालन होगा। महिलाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए इस परियोजना के अंतर्गत सभी विभागों के सहयोग से सेफ्टी ऑडिट तथा infrastructure gap assessment कर उनकी पूर्ति की जाएगी, एम.पी.टी.वी. द्वारा शिवपुरी में परियोजना संचालन के लिए रागिनी फाउंडेशन को जिम्मेदारी दी गई है। संस्था जिला प्रशासन के सहयोग से शिवपुरी में इस परियोजना का संचालन करेगी। परियोजना का विजन और मिशन है कि मध्यप्रदेश के पर्यटक स्थलों में राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय महिला पर्यटकों को स्वतंत्रता पूर्वक एवं भय मुक्त वार्तावरण में पर्यटन का अवसर उपलब्ध कराना, यहां के पर्यटन स्थलों को महिलाओं के अनुकूल बनाकर महिला पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी करना। संस्था निदेशक द्वारा शिवपुरी जिले में तीन साल तक की गतिविधियों के बारे में बताया गया। साथ ही महिलाओं को कौशल विकास की ट्रेनिंग दी जाएगी जिसमें से अभी तक कुछ महिलाओं को फारेस्ट गाइड की ट्रेनिंग दी जा चुकी है और उसमें से अधिकतर महिलाएं फॉरेस्ट गाइड के तौर पर माधव नेशनल पार्क में अब काम भी कर रही हैं। इसी क्रम में कुछ महिलाओं को आर्ट एंड क्राफ्ट के तहत माङना आर्ट की ट्रेनिंग दी गई है। जिसके बाद सभी महिलाएं स्वरोजगार से जुड़ गई हैं। आगे भी इसी क्रम में 3 साल में बालिकाओं व महिलाओं को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दी जाएगी। जिला पुलिस अधीक्षक राजेश चंदेल द्वारा परियोजना की सराहना करतें हुए सम्बंधित विभागो को इस परियोजना में बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया। इसी क्रम में एसडीएम गणेश जायसवाल तथा डिप्टी कलेक्टर शिवांगी अग्रवाल ने संबोधन दिया। कार्यशाला के समापन पर संस्थान की प्रोग्राम कोर्डिनेटर ऐरिस अफगानी द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया।
दिल खोल के घूमो
दरअसल महिलाओ को पर्यटक स्थलों पर यात्रा, आने जाने, घूमने, रुकने, भोजन, खरीदारी, बोलचाल में बेहतर प्रबंधन मिले उन्हे सुरक्षित अनुभव हो इसी मूल मंत्र को लेकर इस परियोजना को नाम दिया गया हैं दिल खोल के घूमो। इस मौके पर दीपा दीक्षित रागनी फाउंडेशन, एसडीएम गणेश जायसवाल, शिवांगी अग्रवाल डिप्टी कलेक्टर, महिला बाल विकास के सयुक्त संचालक भोपाल सुरेश तोमर, आलोक चोबे, नरवर नगर परिषद संदीप माहेश्वरी, अरविंद तोमर, विपिन शुक्ला, अशोक मोहिते ने अपने विचार रखे।
चोबे ने कहा की परियोजना दिल्ली की निर्भया घटना के बाद अमल में आई। और निर्भया के बाद कोष की स्थापना की गई। निर्भया स्कीम में महिलाए सुरक्षित महसूस करें। फिर चाहे वह महिला की मौजूदगी आने, होटल, स्टेशन, घूमने सभी जगह बेहतर माहौल मिले ये योजना का उद्देश्य हैं। प्रदेश के पचास पर्यटन स्थल चयनित किए हैं। पर्यटन स्थलों के लिए काम करेंगे। रागनी सहयोग करेगी। 600 लोगों को ट्रेनिंग देंगे। भदैया कुंड सुरक्षित रहे इसलिए कैमरा जो थाने से जुड़ें हों उन्हें लगवाने आदि की सेफ्टी ऑडिट कराएंगे। बेहतर टॉयलेट हों। ऑटो में बेहूदा गाना न बजे, महिला पर्यटकों के सफर के दौरान फोन पर कोई बातचीत संदिग्ध न करे, विदेशी महिला पार्टकों को देखने का तरीका बेहतर हो। ये सब सुरक्षा के लिए प्रबंध करना हैं।
रागनी की दीपा ने कहा की शिवपुरी की महिला गाइड से केंद्रीय पर्यटन मंत्री की ग्वालियर में मुलाकात हुई थी, उन्होंने महिलाओ को जोड़कर पर्यटन की दिशा में किए जा रहे काम को लेकर इनकी तारीफ की। कोशल प्रशिक्षण, रोजगार पर्यटन के माध्यम से उपलब्ध कराएंगे, आत्मरक्षा की ट्रेनिंग देकर सुरक्षा, यह भी इसी विषय का हिस्सा हैं की टॉयलेट अच्छा लेकिन कुंडी खराब, सीसीटीवी काम नहीं करते, या कूनो में महिलाओं को जाने के लिए फिलहाल बेहतर सुविधा नहीं तो इन सभी विषयों पर काम किया जा रहा हैं। नगर में ई रिक्शा का संचालन महिलाओं के माध्यम से जल्द करवाएंगे। उन्मुखीकरण कार्यक्रम करना होगा। पुलिस का सहयोग लगेगा। माड़ना कलाकारों का अभिनंदन किया गया।
आगे आकर काम करें महिलाएं
डिप्टी कलेक्टर शिवांगी अग्रवाल ने कहा कि नगर में ई रिक्शा, जो भी महिलाए आगे आकर पर्यटन से जुड़ना चाहे वह आगे आकर काम करें। बताया की डिटीसिसी ने अरविंद तोमर जी के साथ मिलकर साल भर का कैलेंडर तैयार किया हैं। जिसके बारे में विस्तार से जानकारी अरविंद तोमर देंगे।
सुरेश तोमर जी ने कहा की पर्यटन के प्रमोशन की बात करनी चाहिए उसके पहले महिलाओं की सुरक्षा पर जो बात शुरू हुई। ये समझना आवश्यक हैं की पर्यटक स्थल पर महिला का होना आवश्यक है। प्रत्येक पॉइंट्स पर महिला हों, ऑटो, टैक्सी में महिला चालक, कूनो या शिवपुरी स्टाफ महिला, पुरुषो को समझाना होगा की महिलाओं की सुरक्षा जरूरी है। इससे हम महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन स्थल परियोजना का उद्देश्य पूरा कर सकेंगे। शिवपुरी के लोग सोचेंगे तभी यह संभव होगा। 52 जिलों के हेड क्वार्टर पर प्रोग्राम की शुरुआत करेंगे। पुलिस, परिवहन, नगर निगम, मिलकर काम करेंगे तो नगर को सुरक्षित कर सकेंगे। महिलाए घर के अंदर हों या घर के बाहर सुरक्षित होने का एहसास कर सकें यह जरूरी हैं। छह जिलों को जोड़कर शुरू होगा प्रोग्राम।
एसडीएम गणेश जायसवाल ने कहा की सुरक्षा बड़ा सवाल है। शिवांगी ने अच्छा काम किया छोटी छोटी बच्चियों आगे आई हैं गाइड तैयार हुई हैं। एयर पट्टी आने की बात हो रही हैं। टाइगर प्रोजेक्ट आयेगा तो शिवपुरी वर्ल्ड मैप पर दिखाई देने लगेगा। स्टेडियम खेल, होटल विभिन्न तरीकों से पर्यटन को बढ़ावा मिलना तय हैं। सुरक्षा बड़ा सवाल हैं मिलकर काम करेंगे तो धीरे धीरे सुधार होगा। महिला ही नहीं बल्कि पुरुष भी उनके साथ स्वागत करें जिससे माहौल बेहतर हो। उन्होंने कहा की निर्भया जेसी घटनाएं होती हैं, रावण जेसी प्रवृत्ति भी मिलेगी लेकिन इन सबसे घबराना नहीं है। विश्वास के साथ आगे बड़ेंगे तो सुरक्षा अपने आप महसूस होगी। आगरा, बनारस में महिला पर्यटक बड़ी संख्या में आते हैं, सभी सुरक्षित हैं। प्रतिभा को पर्यटन से जोड़कर आर्थिक रूप से भी मजबूत करें। बिना आर्थिक लाभ के काम मजबूत नहीं होगा। अशोक मोहिते ने सहयोग किया। महिला सुरक्षा पर डरिए नहीं बल्कि लड़िए।
संदीप माहेश्वरी ने कहा की जैसलमेर पर उनके चाचा ने पीचडी की, नरवर किले पर पीचड़ी उनके भाई मनोज माहेश्वरी ने की। अभी नगर परिषद का दायित्व मिला हैं हम नरवर को स्वारेंगे पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। नरवर तीन तरह से पर्यटन के अनुकूल हैं, किला तो हैं ही, वाटर स्पोर्ट्स के लिए मड़ीखेड़ा, मोहनी सागर, हरसी डेम, हेरिटेज तीनों का समावेश होगा तो नरवर में पर्यटन बढ़ेगा। नरवर में एडवेंचर कैंप अशोक होटल ने लगाया था। तब विदेशी सैलानी हर दिन आते थे।
एसपी राजेश ने कहा कि शिवपुरी का टुरिज्म पर फोकस है। प्राकृतिक स्पॉट हैं। पहला इंप्रेशन सड़क होती हैं जो अब बन चुकी हैं। विदेशी, डोमेस्टिक टुरीज्म के लिए शिवपुरी सुरक्षित हैं। कुछ चीजे हम कर सकते हैं। टूरिस्ट स्पॉट पर लड़के बैठे रहते हैं उनके बारे में पुलिस को बताएं। क्योंकि अगर पर्यटकों को यह सब दिखाई दे तो वह अन्यत्र जाकर कहेगा जिसका असर हमारे टूरिज्म पर पड़ सकता हैं। टूरिस्ट, दुकानदार, होटल सभी को स्वभाव में बदलाव करना होगा। स्थानीय वस्तुओं के स्टॉल लगाकर हम पर्यटकों को जोड़ सकते हैं। जिस तरह बुधनी में लकड़ी सामान के लिए लोग भीड़ लगा लेते हैं। यहां रेलवे स्टेशन पर जाम रहता हैं। ये कर सकते हैं। हमारी पुलिस सदेव तैयार हैं। लेडीज पावरफुल हैं। जब हम टोकेंगे तो सुधार होगा। बातचीत का ढंग आदि ये सब हमारे आपसी बातचीत से संभव होगा।
अरविंद तोमर किसी भी इलाके के पर्यटन के प्रति सोच और नजरिया बदला है। आज भी बड़े निर्माता, निर्देशक डरकर, सुनकर शिवपुरी नही आते जबकि शिवपुरी जेसी सुरक्षित और नैसर्गिक सौंदर्य की नगरी कोई और नहीं। एक तरफ से सभी का नजरिया बदलना होगा। हमने एक साल का कलेंडर बनाया है जिसमें तीन दिवसीय शिवपुरी महोत्सव होना हैं। एडवेंचर स्पोर्ट्स इस्ट्रेक्टर साबिर खान की मदद लेंगे। उन्होंने कहा की शिवपुरी को सिर्फ पर्यटन ही आगे ले जा सकता हैं इसलिए सम्मलित प्रयास से पर्यटन की दिशा में काम करें जिससे बाहर के पर्यटक शिवपुरी आएं। उन्होंने कहा की शिवपुरी को लेकर डकैत का डर दिखाने जेसी बातों को दूर करना होगा। हम सभी इस दिशा में काम करें तो तस्वीर बदलेगी। उन्होंने कलेक्टर अक्षय सिंह, एसपी राजेश, एडीएम जायसवाल, डिप्टी कलेक्टर शिवांगी के सहयोग का धन्यवाद किया।
अशोक मोहिते ने कहा की एक समय महिला पुरुषों के साथ में आती थीं आजकल अकेले आती हैं। उन्होंने कहा की तन, धन के साथ मन को प्रफुल्लित रखने से पर्यटन यात्रा का आनंद दो गुना होगा, इसलिए मन को खुश रखिए।
क्या हैं महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन स्थल परियोजना
मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड (एमपीटीबी) राज्य में 100 से अधिक संस्थाओं व पेशेवरों को अपने साथ जोड़कर "महिलाओं हेतु सुरक्षित पर्यटन स्थल की अवधारणा को बढ़ावा देने हेतु प्रतिबद्ध है। मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड अपने इस अभिनव प्रयास को मूर्त रूप देने हेतु समान सोच रखने वाली ऐसी संस्थाओं, फाउण्डेशन्स, औद्योगिक संघटनों व पेशेवरों का सहर्ष स्वागत करता है, जो न केवल वैचारिक रूप से महिला सशक्तिकरण, सुरक्षा, कौशल संवर्धन और शिक्षा पर विश्वास रखती हैं, बल्कि इसके लिए सक्रिय रूप से कार्यरत भी है।
मध्य प्रदेश न केवल 'अतुल्य भारत' का हृदय प्रदेश है, बल्कि विपुल संस्कृति, नैसर्गिक, सौंदर्य एवं वैभवशाली विरासत से भी सुसज्जित है। प्रदेश अपने भीतर प्राचीन हिन्दु, बौद्ध, जैन और इस्लाम के गौरवशाली इतिहास को समेटे हुए है, जिसकी सुखद अनुभूति करने के लिए विश्वभर से पर्यटक भ्रमण करने यहां आते है।
मध्य प्रदेश अपने यहाँ आने वाले पर्यटकों को कला, संस्कृति, विशिष्ट व्यंजन एवं आतिथ्य के माध्यम से प्रकृति के समीप आने का अवसर प्रदान करता है।
25 वन्यजीव अभ्यारण्य, 09 राष्ट्रीय उद्यान, 06 टाइगर रिर्जव 02 ज्योर्तिलिंग और यूनेस्कों द्वारा मान्यता प्राप्त 03 विश्व विरासत स्थल होने के कारण मध्य प्रदेश को विरासत से संपन्न भूमि कहना उचित होगा। स्टेटिस्टा शोध विभाग द्वारा 2021 में जारी रिपोर्ट के अनुसार सन् 2019 में तकरीबन 8.8 करोड़ घरेलु व 3.2 लाख विदेशी पर्यटकों द्वारा मध्य प्रदेश भ्रमण किया गया। घरेलु व विदेशी पर्यटकों के आने से मध्य प्रदेश पर्यटन में तीव्रगति से इजाफा देखने को मिला है, साथ ही पर्यटन स्थलों पर महिला पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि देखने को मिली।
मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग राज्य में पर्यटन के लिए आने वाले घरेलु व विदेशी पर्यटकों के अनुभवों को और अधिक सुखद व सुगम बनाने के लिए कृतसंकल्पित है। अपने इस संकल्प को साकार करने के उद्धेश्य से पर्यटन विभाग द्वारा सन् 2017 में मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड की स्थापना की गई, जो कि विभिन्न साझेदारों के साथ परस्पर भागीदारी के माध्यम से इस उद्देश्य की प्राप्ति हेतु निरंतर प्रयासरत है।
मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा 'महिलाओं हेतु सुरक्षित पर्यटन स्थल' परियोजना इसी दिशा में एक अभिनव प्रयास है, जिसका क्रियान्वयन महिला एवं बाल विकास विभाग, भारत सरकार तथा युनाइटेड नेशंस वुमैन के संयुक्त प्रयासों द्वारा किया जा रहा है।
महिलाओं के लिए हेल्पलाईन
राष्ट्र एवं राज्य स्तर पर महिलाओं की सहायता के लिए अनेक हेल्पलाईन संचालित की जा रही हैं।
1. 181 हेल्पलाइन महिलाओं को सूचना प्रदान करने हेतु समर्पित है।
2. राष्ट्रीय महिला आयोग भी 24/7 हेल्पलाइन संचालित करता है। महिलाएँ 7827170170 पर बात कर सूचना व परामर्श प्राप्त कर सकती है।
3. महिला व बाल विकास विभाग, भारत सरकार द्वारा ऑनलाइन शिकायत MyAmbar App प्रणाली विकसित की गई है, जिस पर महिला कार्यस्थल पर होने वाले यौन उत्पीड़न की शिकायत कर सकती है।
A) MyAmbar App हिन्दी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध है। जो राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण सूचनाओं एवं सेवाओं तक महिलाओं की पहुँच सुगम बनाता है। B) MyAmbar App के माध्यम से किसी भी प्रकार की आशंका या खतरे को समझने अथवा व निपटने हेतु सहयोग प्राप्त किया जा सकता है। इस ऐप में मौजूद निर्देशिका द्वारा महिलाएँ त्वरित रूप से परामर्श व वैधानिक सूचना प्राप्त कर सकती है।
C) MyAmbari में लैंगिक आधारित हिंसा जैसी परिस्थिति के लिए भी महिलाओं के लिए आवश्यक सूचना व परामर्श उपलब्ध है। यह App पीड़ित महिलाओं को बिना किसी पक्षपात के अपनी शिकायत दर्ज करवाने की सुविधा व स्वतंत्रता प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त भी देश में महिलाओं की सुरक्षा हेतु अन्य हेल्पलाइन कार्यरत हैं। मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड 6th फ्लोर, लिली ट्रेड विंग, डी मार्ट के ऊपर, जहांगीराबाद, भोपाल मध्य प्रदेश
विजन
मध्य प्रदेश के पर्यटन स्थलों में राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय महिला पर्यटकों को स्वतंत्रतापूर्वक एवं भयमुक्त वातावरण में पर्यटन का अवसर उपलब्ध कराना।
मिशन
मध्य प्रदेश के पर्यटन स्थलों को महिला पर्यटकों के अनुकूल बनाकर महिला पर्यटकों की संख्या में बढ़ोत्तरी करना।
उद्देश्य
● पर्यटन स्थलों को महिला पर्यटकों की सुरक्षा एवं भ्रमण के लिए अनुकूल बनाना।
• महिलाओं की आकांक्षा एवं आत्मविश्वास को इस प्रकार बढाना जिससे कि वे बिना भय व सुरक्षा की भावना के पर्यटन स्थलों का भ्रमण कर सकें। पर्यटन स्थलों पर महिला पर्यटकों की सुविधा हेतु अनुकूल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के
विकास के लिये संबंधित विभागों के साथ समन्वय करना।
• महिला पर्यटकों को पर्यटन स्थलों पर उपलब्ध सेवाओं व सुविधाओं की जानकारी तथा आवश्यक दिशा निर्देशों को सुगमता के साथ उपलब्ध कराना।
• लड़कियों व महिलाओं को आत्मरक्षा हेतु प्रशिक्षण प्रदान करना।
• पर्यटन से जुड़ी गतिविधियों में स्थानीय महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना।
• पर्यटन स्थलों पर स्थानीय महिलाओं को रोजगार के विभिन्न अवसर उपलब्ध करवाना।
• पर्यटन स्थलों पर महिला सुरक्षा को सुनिश्चित करने हेतु सामुदायिक जनभागीदारी को बढ़ाना।
• पर्यटन स्थलों पर महिला सुरक्षा हेतु समुदाय आधारित संस्थाओं व संगठनों का गठन करना ।
● 'अतिथि देवो भव्' उक्ति को महिला पर्यटकों की सुरक्षा के दृष्टिगत और अधिक मजबूत व सार्थक बनाना।
शासकीय विभागों के साथ समन्वय
मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड मुख्यतः अधोलिखित शासकीय विभागों के साथ समन्वय कर इस परियोजना के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन हेतु कार्य करेगा:
● महिला एवं बाल विकास विभाग, मध्य प्रदेश शासन
• गृह विभाग, मध्य प्रदेश शासन ● नगरीय विकास एवं आवास विभाग, मध्य प्रदेश शासन
● परिवहन विभाग, मध्य प्रदेश शासन
● स्कूल शिक्षा विभाग, मध्य प्रदेश शासन ● उच्च शिक्षा विभाग, मध्य प्रदेश शासन
● तकनीकि शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग, मध्य प्रदेश शासन ● राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, ग्रामीण विकास विभाग, मध्य प्रदेश शासन
इसके अतिरिक्त मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड महिलाओं हेतु सुरक्षित पर्यटन स्थल परियोजना के सफल क्रियान्वयन हेतु विभिन्न गैर सरकारी संगठनों, सामुदायिक संस्थाओं, जन प्रतिनिधियों, कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व, स्थानीय निकायों, स्थानीय प्रभावशाली व्यक्तियों के साथ अन्य विभागों से भी समन्वय किया जायेगा।
अपेक्षित परिणाम
● महिला पर्यटकों की संख्या में वृद्धि।
• महिलाओं द्वारा सार्वजनिक संसाधनों के उपयोग में वृद्धि।
• सामाजिक जागरूकता के माध्यम से यौन उत्पीडन जैसी घटनाओं में कमी।
• महिला पर्यटकों के अनुभवों का कहानी व जागरूकता के लिए संकलन।
● पर्यटन स्थलों पर स्थानीय महिलाओं की पर्यटन गतिविधियों में भागीदारी।
परियोजना क्रियान्वयन रणनीति
मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा इस महत्वाकांक्षी परियोजना को समन्वित प्रयासों के माध्यम से क्रियान्वित करने के लिए रणनीति तैयार की गई है। जिसमें मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड महिला सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न विभागों व अन्य संस्थाओं को अपना सहयोगी बनाएगा। इस परियोजना का मूलभूत उद्देश्य ही पर्यटन स्थलों पर स्थानीय समुदाय व महिलाओं की भागीदारी से पर्यटन स्थलों को महिलाओं के लिए सुरक्षित व अनुकूल बनाना है।कार्यक्षेत्र
इस परियोजना में राज्य के 20 संकुलों के अंतर्गत 50 पर्यटन स्थलों में परियोजना का क्रियान्वयन किया जाऐगा।
● चम्बल
● ग्वालियर ● शिवपुरी
• बुरहानपुर
● मालवा
जबलपुर
● निमाड़
● इंदौर
● पेंच
● महाकौशल भोपाल ● पचमढ़ी
● बघेलखण्ड ● बुन्देलखण्ड
सांची उज्जैन
● मण्डला ● सतना
● झाबुआ
● शहडोल
● बडवानी
● खजुराहो ● चंदेरी
● धार
• अलीराजपुर दतिया

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