शिवपुरी। शहर में सांप्रदायिक सदभावना की मिसाल हैं, "गुमठी ग्रुप", पिछले 37 वर्षों से अधिक समय से दोस्ती की पवित्र गांठ में बंधे ये लोग युवा से अब प्रोढ हो गये। पुलिस अधिकारी, डॉक्टर, वकील, राजनेता, ठेकेदार, पत्रकार बनकर अब समाज के प्रबुद्ध वर्ग में शामिल हैं, इनकी दोस्ती की मिसाल पूरा शहर देता हैं, हर वर्ग के त्योहारों पर एक दूसरे के घर जाना, सहयोग करना इनकी आदतों में शुमार हैं, पूरा शहर इनकी दोस्ती को सलाम करता हैं, हिन्दू मुस्लिम एकता का जीता जागता उदाहरण हैं, जब जब देश में कभी जातिगत अशांति फैलती हैं, तो ये सभी दोस्त पूर्व की तरह प्रेम से घुमते मिलते नजर आते हैं, शिवपुरी की जनता इस विद्वेष भावना से ऊपर देश हित में रहती हैं।
"गुमठी ग्रुप "नाम कैसे पढ़ा
उन दिनों आजसी भागदौड़ भरी जिंदगी नहीं थी, सुकून की सांसे, उत्तम स्वास्थ्य, ऊपर से युवा फिर कॉलेज समय में ये सभी शहर के चर्चित युवा रहे, न्यू ब्लॉक शिवपुरी में एक चाय की गुमठी पर इनकी प्रतिदिन की बैठक थी, वही से ये कहकर कि, गुमठी पर मिलेंगे,, ये बन गया, "गुमठी ग्रुप "
इस ग्रुप के सदस्यो में पत्रकार विपिन शुक्ला, राजनीतिज्ञ बासित अली, जावेद कुरैशी, प्रदीप शर्मा, प्रहलाद यादव, अज्जू गुप्ता, मुकेश खरई, साजिद विद्यार्थी, अजीम खान, प्रसिद्ध वकील संजीव बिलगैया, ख्यातिनाम डॉ संजय ऋषिश्वर, प्रवीण अस्थाना (SDOP ), संजीव श्रीवास्तव (काजू ), जीनेश जैन (ठेकेदार ), अतुल दुबे (भोपाल ) आदि शामिल होकर, आज भी अपनी दोस्ती को जातिवाद से ऊपर रखकर जिन्दा रखते हैं।

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